18 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

बिहार: नीतीश सरकार का छात्राओं को तोहफा, इंजीनियरिंग-मेडिकल कॉलेजों में 33 फीसदी आरक्षण

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के इंजीनियरिंग एवं मेडिकल कॉलेजों में नामांकन में न्यूनतम एक तिहाई सीट छात्राओं के लिए आरक्षित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इससे छात्राओं की संख्या और बढ़ेगी। मुख्यमंत्री के इस निर्देश के बाद राज्य के सभी मेडिकल और इंजिनियरिंग कॉलेजों में 33 प्रतिशत छात्राओं को आरक्षण मिल सकेगा।

2 min read
Google source verification
bihar_cm_nitish_kumar.png

Bihar: Nitish government announces 33 percent reservation to girl in engineering-medical colleges

पटना। कोरोना संकट के बीच देशभर के तमाम स्कूलों-कॉलेजों में पढ़ाई बंद है। लेकिन इस बीच बिहार की नीतीश सरकार ने छात्राओं को एक बड़ा तोहफा दिया है। दरअसल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को राज्य की बेटियों को बड़ा तोहफा देते हुए राज्य के सभी मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों में आरक्षण देने की घोषणा की है।

मुख्यमंत्री ने एक बैठक में राज्य के इंजीनियरिंग एवं मेडिकल कॉलेजों में नामांकन में न्यूनतम एक तिहाई सीट छात्राओं के लिए आरक्षित करने के निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इससे छात्राओं की संख्या और बढ़ेगी। मुख्यमंत्री के इस निर्देश के बाद राज्य के सभी मेडिकल और इंजिनियरिंग कॉलेजों में 33 प्रतिशत छात्राओं को आरक्षण मिल सकेगा।

यह भी पढ़ें :- सीएम नीतीश बोले : मुकेश सहनी ने अपनी गलती स्वीकार की, कहा - जान बूझकर ऐसा नहीं किया

सीएम नीतीश कुमार को वीडियो कन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अभियंत्रण विश्वविद्यालय तथा चिकित्सा विश्वविद्यालय स्थापित करने के संबंध में प्रस्तावित विधेयक का प्रस्तुतीकरण दिया गया।

एक तिहाई सीट होगी आरक्षित

विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से 'द बिहार इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी एक्ट-2021' तथा 'पावर एंड फंक्शन ऑफ यूनिवर्सिटीज, जुरिडिक्शन एवं अन्य प्रविजन' के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।

स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से 'बिहार यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइसेंज' तथा पावर एंड फंक्शन ऑफ यूनिवर्सिटीज, जुरिडिक्शन एवं अन्य प्रोविजन के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।

यह भी पढ़ें :- उद्धव सरकार का मराठा छात्रों को तोहफा, नौकरी और शिक्षा में 10 प्रतिशत EWS आरक्षण

प्रजेंटेशन के बाद सीएम नीतिश कुमार ने कहा कि अभियंत्रण विश्वविद्यालय एवं चिकित्सा विश्वविद्यालय स्थापित होने से इंजीनियरिंग कॉलेजों एवं मेडिकल कॉलेजों का बेहतर ढंग से प्रबंधन हो सकेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा, "राज्य के इंजीनियरिंग एवं मेडिकल कलेजों में नामांकन में न्यूनतम एक तिहाई सीट छात्राओं के लिए आरक्षित की जाए। इससे छात्राओं की संख्या और बढ़ेगी। यह यूनिक चीज होगा। इससे छात्राएं उच्च और तकनीकी शिक्षा की ओर और ज्यादा प्रेरित होंगी।"

बिहार के बच्चों को नहीं जाना पड़ेगा बाहर: नीतीश

सीएम नीतीश ने कहा कि राज्य के सभी जिलों में इंजीनियरिंग कॉलेजों खोले जा रहे हैं, कई मेडिकल कॉलेज भी खोले गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि इंजीनियरिंग एवं मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए बिहार के बच्चे एवं बच्चियों को बाहर नहीं जाना पड़े।

यह भी पढ़ें :- मराठा आरक्षण पर महाराष्ट्र में सियासी संग्राम, शिवसेना ने कहा- दिल्ली में लड़ी जाएगी लड़ाई

बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार उपस्थित थे, जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, उपमुख्यमंत्री रेणु देवी, शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी सहित कई मंत्री और अधिकारी जुड़े थे।