
ब्रिटेन में लगा डेढ़ महीने का लॉकडाउन
नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ पूरी दुनिया जंग लड़ रही है। लेकिन ब्रिटेन में एक बार फिर नए स्ट्रेन ( coronavirus New Strain ) के बढ़ते खतरे ने चिंता बढ़ा दी है। यही वजह है कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ( Boris johnson ) ने कोरोना संक्रमण के नए स्ट्रेन के बढ़ते संकट के बीच फिर से देश में लॉकडाउन का ऐलान किया है।
पीएम जॉनसन ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए कम से कम फरवरी के मध्य तक नया नेशनल लॉकडाउन लगाया है ताकि नए स्ट्रेन को रोका जा सके।
एक तरफ ब्रिटेन में कोरोना की वैक्सीन लगाने का काम शुरू किया गया है तो दूसरी तरफ लॉकडाउन का ऐलान कर इस जंग के जरिए कोरोना के नए स्ट्रेन को मात देने की तैयारी की जा रही है।
बोरिस जॉनसन ने सोमवार देर रात देश को संबोधित करते हुए कहा कि यह हमारे लिए कठिन समय है। देशभर में कोरोना के नए मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। यही वजह है कि कोरोना के नए खतरे से निपटने के लिए फिलहाल, ब्रिटेन में स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी बंद रहेंगे।
क्लासेस ऑनलाइन ही चलेंगी। विश्वविद्यालय के छात्र कम से कम फरवरी के मध्य तक कैम्पस वापस नहीं लौटेंगे। लॉकडाउन के दौरान लोगों को घरों में ही रहना होगा और सिर्फ जरूरी काम से ही निकलने की इजाजत होगी।
इन सर्विसेज को भी रखा गया बंद
पीएम जोनसन के मुताबिक सभी गैर-जरूरी दुकानें और हेयरड्रेसर जैसी पर्सनल केयर सर्विस बंद रहेंगी। वहीं रेस्तरां केवल टेकआउट सेवाएं मुहैया कराएंगे।
आपको बता दें कि सोमवार तक इंग्लैंड के अस्पतालों में 26,626 मरीज थे। यह पिछले सप्ताह की तुलना में 30 फीसदी से ज्यादा बढ़ चुके हैं। इस मौसम में यह पहली लहर के उच्चतम स्तर से 40 फीसदी से भी ज्यादा है।
दबाव में अस्पताल
पीएम जॉनसन ने कहा कि लोगों को एक बार फिर से घर पर रहना होगा। जैसा पिछले वर्ष मार्च में महामारी की पहली लहर को दौरान किया गया था। क्योंकि इस समय नया वायरस काफी खतरनाक तरीके से फैल रहा है। हमारे अस्पताल कोरोना के नए वायरस की वजह से बहुत अधिक दबाव में हैं।
यहां पहले ही लग चुका लॉकडाउन
आपको बता दें कि इंग्लैंड के लिए घोषणा पहले ही स्कॉटलैंड में लॉकडाउन का ऐलान कर दिया गया है। वेल्स और उत्तरी आयरलैंड, यूनाइटेड किंगडम के अन्य दो राष्ट्र पहले से ही लॉकडाउन में थे।
Published on:
05 Jan 2021 08:19 am
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