
बाबा रामदेव को बीएसएफ का झटका, जवानों को योगा की ट्रेनिंग देने का करार खत्म
नई दिल्ली। योग गुरु बाबा रामदेव को भारतीय सीमा सुरक्षा बल ने बड़ा झटका दिया है। बीएसएफ ने पतंजलि से पुराना करार तोड़ते हुए जग्गी वासुदेव के ईशा फाउंडेशन से नाता जोड़ लिया है। यही कारण है कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर सियाचीन के बेस कैंप में जग्गी वासुदेव खुद जवानों को योगा की ट्रेनिंग देते नजर आए। बता दें कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत के बाद से बीएसएफ का योग शिविर बाबा रामदेव की पतंजलि के बैनर तले ही लगता था। लेकिन अब बीएसएफ ने बाबा रामदेव की जगह जग्गी वासुदेव पर विश्वास जताया है।
दरअसल, बाबा रामदेव ने पतंजलि योगपीठ के बैनर तले दो साल पहले बीएसएफ के जवानों को योग सिखाना शुरू किया था। जानकारी के अनुसार बाद में यह योगाभ्यास पीटी योग में तब्दील हो गया। हालांकि 2016 में आयुष मंत्रालय ने रामदेव के योगाभ्यास की वजह से ही बीएसएफ के ग्रुप को बेहतर ग्रुप घोषित किया था। इसके बाद पिछले साल यानी 2017 में पंतजलि ने दिल्ली स्थित बीएसएफ हेड क्वार्टर पर अपने स्टोर खोले। बीएसएफ के डीजी केके शर्मा के अनुसार बाबा रामदेव और पंतजलि के बैनर तले 2016 में 4000 जवानों ने योग की ट्रेनिंग ली थी, लेकिन अब बीएसएफ का बाबा रामदेव से कोई नाता नहीं है। उन्होंने कहा कि इसके लिए बीएसएफ के सामने कोई बाध्यता नहीं थी।
वहीं दूसरी ओर ईशा फाउंडेशन के सूत्रों ने बताया कि जून 2017 में बीएसएफ के सीनियर आॅफिसर्स से वार्ता के बाद 2017 से उनकी ओर से योग की ट्रेनिंग शुरू कर दी गई। बीएसएफ के अनुसार ईशा स्वामी विवेकानंद योग अनुसंधान भी जवानों को प्रशिक्षित कर रहा है। उनका कहना है कि फोर्स बहुत बड़ी है और ऐसे में कोई एक संस्थान उनको ट्रेनिंग नहीं दे सकता।
Published on:
25 Jun 2018 10:15 am
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