
हिमाचल: बसों में अब बैठेगी 100 फीसदी सवारियां, नहीं बढ़ेगा किराया
नई दिल्ली. हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) की सरकार ने कैबिनेट (Himachal Pradesh Cabinet meeting) की बैठक में बड़ा फैसला लेते हुए बसों (Himachal Pradesh bus) में अब 100 फ़ीसदी सवारी बैठने को मंजूरी दे दी है। यानी अब बसों में 100 फ़ीसदी लोग बैठाए जाएंगे। कैबिनेट बैठक में परिवहन निगम (Transport corporation) और निजी बस ऑपरेटरों (Private bus operators) के लिए सरकार की ओर से यह मंजूरी दी गई है। इसके साथ ही निजी बस आपरेटरों को 20 लाख रुपए तक कार्यशील पूंजी देने पर भी सहमति बनी है। लोन का 50 फ़ीसदी ब्याज सरकार वाहन करेगी। पहले साल निजी ऑपरेटरों को कोई ब्याज नहीं देना होगा।
जुलाई से होगी नई व्यवस्था लागू
दूसरे साल 50 फीसदी और तीसरी और चौथे साल पूरा ब्याज देना होगा। प्रति बस दो लाख तक लोन लिया जा सकेगा। अब विस्तृत प्रस्ताव को कैबिनेट या फिर सरकार के पास लाया जाना है। एक जुलाई से इस व्यवस्था को लागू किया जा सकता है।
मेंटेनेस व अन्य खर्चों के लिए देगी लोन
सूबे में निजी बस ऑपरेटर किराया बढ़ाने की मांग कर रहे थे। इनका तर्क है कि बसों में 60 फीसदी सवारियां बैठाने से न तो गाड़ी की मरम्मत का खर्च निकलेगा और न चालक-परिचालकों की तनख्वाह दे सकेंगे। ऐसे में सरकार ने बसों की मेंटेनेंस और अन्य खर्चों के लिए लोन देने का फैसला किया है।
टैक्स पर लगाई जाने वाली पेनल्टी भी माफ
कैबिनेट ने वाहन मालिकों को ग्रीन सेस और फिटनेस फीस सितंबर तक माफ करने का फैसला लिया है। वाहन मालिकों से यह फीस 800 से 1000 रुपये तक ली जाती है। वाहनों की पासिंग को अब पेंट कराने की जरूरत नहीं होगी। सिर्फ मेकेनिक पार्ट्स ठीक होने चाहिए। सरकार ने छोटे-बड़े वाहनों पर टैक्स पर लगाई जाने वाली पेनल्टी भी माफ कर दी है।
नहीं बढ़ेगा किराया
इसके साथ ही फिलहाल बसों का किराया नहीं बढ़ाया जाएगा। सरकार ने निजी बस संचालकों की मांग पर किराया बढ़ाने से इंकार कर दिया है। निजी बस संचालक मिनिमम किराया दस रुपये करने की मांग कर रहे थे।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण और लॉक डाउन (Lockdown) के चलते पूरे देश की तर्ज पर हिमाचल में भी राज्य परिवहन सेवा लगभग दो महीने से बंद थे। हिमाचल प्रदेश परिवहन निगम ने एक जून से अपनी बस सेवाएं शुरू कर दी थी।
Published on:
26 Jun 2020 09:45 am
बड़ी खबरें
View Allविविध भारत
ट्रेंडिंग
