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भांग है बड़ी काम की चीज, कैंसर पीड़ितों के दर्द को करेगी खत्म, बाजार में जल्द आएगी दवा

locationनई दिल्लीPublished: Jul 17, 2020 11:12:09 am

Submitted by:

Ruchi Sharma

Highlights- एक अध्ययन में पता चला है कि भांग (Cannabis) के पौधों (Cannabis plants) से कैंसर (Cancer) जैसी बड़ी बीमारियों के दर्द को कम करती है- यह अध्ययन काउंसिल ऑफ साइंटिफिक इंडस्ट्रियल रिसर्च (Council of Scientific Industrial Research) और इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ इंटीग्रेटिव मेडिसिन (Indian Institute of Integrative Medicine) ने किया है- इन्होंने भांग के पौधे से दवा तैयार किया है और अब इसका ट्रायल (Trial) किया जा रहा है

भांग है बड़ी काम की चीज, कैंसर पीड़ितों के दर्द को करेगी खत्म, बाजार में जल्द आएगी दवा

भांग है बड़ी काम की चीज, कैंसर पीड़ितों के दर्द को करेगी खत्म, बाजार में जल्द आएगी दवा

नई दिल्ली. क्या कभी सोचा जा सकता है कि नशीले पदार्थ (Narcotics) हमारे शरीर के लिए फायदेमंद भी होगी व बड़ी सी बड़ी बीमारियां का निपटारा भी कर देगी। यह कारगर साबित हुआ है नशीले पदार्थ के रूप में उपयोग किए जाने वाला भांग (Cannabis) से। एक अध्ययन में पता चला है कि भांग (Cannabis) के पौधों (Cannabis plants) से कैंसर (Cancer) जैसी बड़ी बीमारियों के दर्द को कम करती है।
यह अध्ययन काउंसिल ऑफ साइंटिफिक इंडस्ट्रियल रिसर्च (Council of Scientific Industrial Research) और इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ इंटीग्रेटिव मेडिसिन (Indian Institute of Integrative Medicine) ने किया है। इन्होंने भांग के पौधे से दवा तैयार किया है और अब इसका ट्रायल (Trial) किया जा रहा है। इस दवा पर शोध मुंबई सेंटर (Mumbai Center) में क्लीनिक ट्रायल और जम्मू सेंटर (Jammu Center) में जारी है। इस शोध में अब तक सामने आया है कि भांग से बनी दवा बहुत अधिक दर्द को खत्म करने में कारगर है।
जानवरों में हुआ ट्रायल

आईआईआईएम जम्मू (IIIM Jammu) ने इसका जानवरों पर प्री क्लीनिकल ट्रायल (Pre clinical trial) किया है। दवा पर रिसर्च कर रहे डॉ. दिलीप मांडे (Dr. Dilip Mande) के मुताबिक रिसर्च पूरी होने वाली है। जानवरों पर सफल परीक्षण के बाद अब इंसानों पर इसका प्रयोग किया जा रहा है। दवा को इंजेक्शन, टैबलेट और तेल के रूप में लाया जाएगा।
नहीं है कोई साइड इफेक्ट

आईआईआईएम के सूत्रों ने बताया कि भांग के पौधों के अगले हिस्से का प्रयोग नशे के लिए किया जाता है, जबकि इसी पौधे के कई अन्य अंश बीमारियों की दवा का काम कर सकते हैं। दवा के तौर पर सेवन करने से इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है। दवा बनाने के लिए केंद्र सरकार से भी अनुमति मिल चुकी है।
6 महीनों में बाजारों में लाया जाएगा

डॉक्टर के मुताबिक मुंबई में क्लीनिकल ट्रायल चल रहा है। इंसानों पर प्रयोग के अच्छे परिणाम सामने आए हैं। अब दवा को क्लीनिकल ट्रायल के बाद बाजारों में लाया जाएगा। इस काम में पांच से छह माह का समय लग सकता है।
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