वहीं, बिहार की राजधानी पटना को इस सूची में 33वें स्थान पर रखा गया है। यह बिहार का पहला शहर है, जो इस सूची में स्थान हासिल किया है। शहरी विकास मंत्रालय की ओर से जारी दस लाख से कम आबादी वाले शहरों की सूची सूची की बात करें तो शिमला शीर्ष पर है। इसमें दूसरे नंबर पर ओडिशा और तीसरे नंबर पर सिलवासा, जबकि चौथे नंबर पर भीलवाड़ा है। इस सूची में तिरुवनंतपुरम दसवें नंबर पर है। इस सूची में बिहार का भागलपुर 30वें स्थान पर है, जबकि मुजफ्फरपुर को 66वां स्थान हासिल है।
पिछले साल के रहने लायक शहरों की इस सूची में अगर नगर निगमों के क्रियाकलापों पर गौर करें तो पटना नगर निगम की स्थिति में सुधार हुआ है और इसकी रैंकिंग 16वीं आई है। वहीं पिछले साल नगर निगम की ओर से कार्यों के मुताबिक इस साल रैंकिंग में सुधार आया है। हालांकि, टॉप-10 में इस सूची क्रम में भी बिहार का कोई शहर नहीं आ सका है। बता दें कि केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय की ओर से जो सूची जारी हुई है, उसमें 15 पैमाने हैं। इनमें शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, तकनीक और परिवहन आदि प्रमुख हैं।