scriptशिरडी मंदिर के सीईओ बोले अफवाहों पर ध्यान ना दें, मंदिर खुला रहेगा | CEO of Shirdi Sai Temple clears doubts on its closure on January 19 | Patrika News

शिरडी मंदिर के सीईओ बोले अफवाहों पर ध्यान ना दें, मंदिर खुला रहेगा

locationनई दिल्लीPublished: Jan 18, 2020 08:33:32 pm

महाराष्ट्र सीएम उद्धव ठाकरे के बयान से मचा था उबाल।
शिरडी बंद बुलाए जाने के साथ ही मंदिर बंद करने की अफवाह उठी।
परभणी स्थित पाथरी को ठाकरे ने कथितरूप से कहा साईं का जन्मस्थान।

शिरडी साईं बाबा के दर्शन करते उद्धव ठाकरे। (फाइल फोटो)

शिरडी साईं बाबा के दर्शन करते उद्धव ठाकरे। (फाइल फोटो)

मुंबई। महाराष्ट्र में साईं बाबा के जन्मस्थान को लेकर जारी विवाद के बीच शिरडी मंदिर के बंद होने की कई खबरें सामने आईं। हालांकि अब शिरडी साई मंदिर के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (सीईओ) ने कहा है कि रविवार को मंदिर खुला हुआ है।
शिरडी स्थित साईं मंदिर के सीईओ दीपक मुग्लीकर ने कहा, “मीडिया में कुछ ऐसी खबरें आ रही हैं कि 19 जनवरी को शिरडी का साईं मंदिर बंद रहेगा। मैं इस संबंध में स्पष्ट करना चाहता हूं कि यह केवल एक अफवाह है। मंदिर 19 जनवरी को खुला रहेगा।”
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वहीं, इससे पहले शुक्रवार देर रात साईंबाबा संस्थान ट्रस्ट के बी वाकचौरे ने कहा था, “अफवाहों के खिलाफ हमने 19 जनवरी से शिरडी को बंद रखने की घोषणा की है। शनिवार शाम को इस मुद्दे पर चर्चा के लिए ग्रामीणों की एक बैठक आयोजित की जाएगी। अगर श्रद्धालु शिरडी आते हैं तो उन्हें कोई परेशानी नहीं होगी।”
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गौरतलब है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा कथितरूप से साईं बाबा का जन्मस्थान परभणी स्थित पाथरी को बताया गया था, जिसके बाद साईं मंदिर को अनिश्चितकाल के लिए बंद करने की बात सामने आई।
दरअसल, शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के नवनियुक्त उद्धव ठाकरे ने कथितरूप से पाथरी को साईंबाबा का जन्मस्थान बताने के बाद इसके विकास के लिए 100 करोड़ रुपये जारी किए जाने की घोषणा की थी। पाथरी की शिरडी से दूरी तकरीबन पौने तीन सौ किलोमीटर है।
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साईंबाबा के जन्म स्थान को लेकर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है। जबकि शिरडी से उनके जुड़ाव के बारे में कहा जाता है कि वह यहां आकर बस गए थे। शिरडी आने के बाद वह यहीं रहने लगे।
शिरडी साईं मंदिर को बंद करने की बात तब सामने आई जब कहा जाने लगा कि लोगों को पाथरी के विकास की बात नहीं अखरी है, लेकिन इसे साईं बाबा का जन्मस्थान कहना पसंद नहीं आया।

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