एक मीडिया हाउस को इसरो के एक रिटायर्ड अधिकारी ने बताया कि अब इसरो विक्रम लैंडर के असफल होने के कारणों की जांच करेगा। स्पेस एजेंसी इस बात का पता लगाने की कोशिश करेगी कि मिशन में क्या गलत हुआ। अधिकारी का का यह भी कहना था कि जिस तरह की स्थिति अभी बनी हुई है, ऐसे में दोबारा संपर्क स्थापित करना काफी मुश्किल है। इधर, खबर यह भी आ रही है कि अगामी 17 सितंबर को नासा का ऑर्बिटर लैंडर विक्रम के ऊपर से गुजरेगा। नासा ने कहा कि वह तस्वीर भी जारी करेगा। जिससे से लैंडर विक्रम की स्थिति और स्पष्ट हो सकती है। साथ ही उससे संपर्क करने में सफलता भी मिल सकती है। क्योंकि, अब विक्रम से संपर्क स्थापित करने के लिए अब केवल सात दिन शेष बचे हैं।
पढ़ें- चंद्रयान 2: धुंधली पड़ी विक्रम लैंडर से संपर्क की उम्मीदें, अब बस ये आखिरी सहारा गौरतलब है कि इसराे विक्रम से संपर्क करने की आखिरी कोशिश में लगा हुआ है। रोवर का जीवनकाल एक चंद्र दिवस यानी कि धरती के 14 दिन के बराबर है। सात सितंबर की घटना के बाद से लगभग एक सप्ताह निकल चुका है, अब इसरो के पास मात्र एक सप्ताह शेष बचा है।