18 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

चंद्रयान-2: ISRO समेत तमाम स्पेस एजेंसियों को लगा बड़ा झटका, लैंडर विक्रम से संपर्क को लेकर हुआ बड़ा खुलासा

Chandrayaan2 लैंडर विक्रम को लेकर हुआ बड़ा खुलासा नासा की भेजी नई तस्वीरों को सामने आया बड़ा सच

2 min read
Google source verification
moon.jpg

नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान ( ISRO ) के लिए एक बुरी खबर आई है। दरअसल पिछले एक महीने से ज्यादा वक्त हो गया है जब से इसरो वैज्ञानिक लैंडर विक्रम से संपर्क स्थापित करने में जुटे हैं। 8 सितंबर से शुरू हुई ये कोशिश अब तक कामयाब नहीं हुई है।

इस बीच जो बड़ी खबर सामने आई है वो ये कि इसरो को अब बड़ा झटका लग सकता है। लैंडर विक्रम से संपर्क स्थापित करने की उम्मीदों को बड़ा धक्का लग सकता है। दरअसल चांद की सतह पर एक बार फिर शाम होने जा रही है।

मिल गई विक्रम लैंडर की जानकारी, यहां पर पहुंच गया विक्रम और फिर...तस्वीर में दिखा ऐसा नजारा कि

तेजी से बदल रहा है मौसम का मिजाज, देश के इन राज्यों में बढ़ रही है आफत

21 अक्टूबर से एक बार फिर चांद की सतह पर काली घनी रात होने वाली है। इस रात की वजह से लैंडर विक्रम से संपर्क की सारी कोशिश खत्म हो जाएंगी। दरअसल इससे पहले भी चांद की सतह पर लैंडर विक्रम की हार्ड लैंडिंग के बाद संपर्क टूट जाने से इसरो को बड़ा झटका लगा था।

हालांकि इस कोशिश के बाद इसरो समेत दुनिया का बड़ी स्पेस एजेंसियों ने लैंडर विक्रम की लोकेशन खोज निकाली थी। इसके बाद शुरू हुई थी लैंडर विक्रम से संपर्क की कोशिशें।

नासा ने अपने ऑर्बिटर एलआरओ के जरिये चांद की दक्षिण ध्रुव के उस क्षेत्र की तस्वीरें खींची जहां लैंडर विक्रम की हार्ड लैंडिंग हुई थी। हालांकि उस दौरान शाम हो जाने की वजह से तस्वीरें उतनी स्पष्ट नहीं आईँ।

फिर आई हैं नई तस्वीरें
इसके बाद नासा ने एक फिर उस क्षेत्र का चक्कर लगाया है और ताजा तस्वीरें भेजी हैं।
चंद्रमा की सतह की तस्वीर साझा की है। तस्वीर को चंद्रयान 2 IIRS (इमेजिंग इन्फ्रारेड स्पेक्ट्रोमीटर) ने ली है।
IIRS को इस तरह से डिजाइन किया गया है, जिससे वह चंद्रमा की सतह से परावर्तित होने वाले सूर्य के प्रकाश को माप सके।

कई अहम खुलासों का इंतजार
इसरो ने बताया कि IIRS को चंद्रमा पर सूर्य की परावर्तित होने वाली किरणें, चांद की सतह पर मौजूद खनिजों का पता लगाने के लिए डिजाइन किया गया है। इस तस्वीर के सामने आने के बाद से कई अहम जानकारियां सामने आ सकती हैं।

इससे पहले 4 अक्टूबर को इसरो ने चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर हाई रिजोल्यूशन कैमरे से ली गई तस्वीर जारी की थी। इस हाई रिजोल्यूशन कैमरे ने चंद्रमा के सतह की तस्वीर ली थी।

इस तस्वीर में चंद्रमा की सतह पर बड़े और छोटे गड्ढे नजर आ रहे हैं।

तो झूम उठेंगे लोग
नासा की भेजी तस्वीरों में कई अहम खुलासे होने की उम्मीद है। ऐसा होता है तो एक उम्मीद ये भी बनती है कि लैंडर विक्रम से संपर्क किया जा सकता है या नहीं।

अब तक उम्मीद थी कि नासा के दोबारा चक्कर लगाते ही कुछ अच्छी खबरें सामने आएंगी और लोग खुशी से झूम उठेंगे। लेकिन ऐसा हो ना सका।