स्मारक अनावरट के इस मेगा इवेंट में सीएम के अलावा, उप मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम, तमिलनाडु कैबिनेट मंत्री, स्पीकर पी धनपाल, कई गणमान्य लोगों ने हिस्सा लिया। बाद में पूर्व मुख्यमंत्री को उस स्थान पर श्रद्धांजलि भी दी, जहां उन्हें पांच दिसंबर, 2016 को दफनाया गया था।
लाल किले पर झंडा फहराने वाले शख्स का नाम आया सामने, जानिए आखिर कौन था वो शख्स बड़ी संख्या में AIADMK कार्यकर्ता बुधवार सुबह से ही कार्यक्रम स्थल पर इकट्ठा होने लगे थे। स्मारक को फूलों से सजाया गया था। आपको बता दें कि जयललिता का स्मारक भूतपूर्व संरचना पूर्व मुख्यमंत्री एमजी रामचंद्रन (एमजीआर) के स्मारक के ठीक पीछे है।
कार्यकर्ता और जयललिता समर्थक इस अनावरण ठीक से नजारा देख सकें इसके लिए कार्यक्रम स्थल पर बड़ी-बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई गईं थीं।
मरीना समुद्र तट के पास 15,000 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था। कामराजार सलाई का लाइट हाउस से वॉर मेमोरियल तक का पूरा मार्ग सुबह 6 बजे से सार्वजनिक उपयोग के लिए बंद कर दिया गया है।
इस कार्यक्रम के समापन के बाद ही यात्रियों को उस सड़क पर यात्रा करने की अनुमति दी गई।
दीप सिद्धू से कनेक्शन को लेकर फिर उठा सनी देओल का नाम, जानिए सिद्धू को छोटा भाई बताने वाले बीजेपी सांसद ने अब क्या कहा स्मारक मैनीक्योर हरे भरे बागानों और पानी के झरने से घिरा हुआ है। भवन के उत्तरी और दक्षिणी छोर पर एक कला संग्रहालय और एक ज्ञान पार्क का निर्माण जल्द किया जाएगा। आगंतुकों के स्वागत के लिए प्रवेश द्वार पर एमजीआर और जयललिता की विशाल मूर्ति स्थापित की गई थी।
आपको बता दें कि फरवरी 2016 में उनके निधन के तुरंत बाद तमिलनाडु कैबिनेट ने उनकी पार्टी सुप्रीमो के लिए एक स्मारक का निर्माण करने का फैसला किया। मुख्यमंत्री ने मई 2018 में विशाल संरचना की नींव रखी थी।