कंगना रनौत ने एक बार फिर महाराष्ट्र की उद्धव सरकार पर बोला हमला, जानें इस बार क्यों मच गया हंगामा ये है पूरा मामला
मद्रास हाईकोर्ट के जज जस्टिस एसएम सुब्रमण्यम ने हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को एक पत्र लिखा, जिसमें COVID-19 महामारी के बीच एनईईटी परीक्षा कराए जाने पर फैसले देने वाले जजों पर टिप्पणी करने के मामले में तमिल अभिनेता सूर्या के खिलाफ आपराधिक अवमानना कीकार्रवाई शुरू करने की मांग की है।
इस मामले में को अब अभिनेता की मुश्किल बढ़ सकती है।
मद्रास हाईकोर्ट के जज जस्टिस एसएम सुब्रमण्यम ने हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को एक पत्र लिखा, जिसमें COVID-19 महामारी के बीच एनईईटी परीक्षा कराए जाने पर फैसले देने वाले जजों पर टिप्पणी करने के मामले में तमिल अभिनेता सूर्या के खिलाफ आपराधिक अवमानना कीकार्रवाई शुरू करने की मांग की है।
इस मामले में को अब अभिनेता की मुश्किल बढ़ सकती है।
ये बोले थे सूर्या
मीडिया से बातचीत के दौरान तमिल अभिनेता सूर्या ने कहा था कि जब न्यायाधीश खुद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कार्यवाही कर रहे हैं तो वे स्टूडेंट्स को बिना किसी डर के किस तरह नीट परीक्षा में बैठने के लिए कह रहे हैं।
मीडिया से बातचीत के दौरान तमिल अभिनेता सूर्या ने कहा था कि जब न्यायाधीश खुद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कार्यवाही कर रहे हैं तो वे स्टूडेंट्स को बिना किसी डर के किस तरह नीट परीक्षा में बैठने के लिए कह रहे हैं।
आपको बता दें कि तमिलनाडु में पिछले हफ्ते नीट परीक्षा से पहले ही 4 परीक्षार्थी आत्महत्या कर चुके हैं। फिल्म स्टार सूर्या के विवादित बयान के तमिल से किए गए अनुवाद से जुड़े एक पत्र को मद्रास हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस को सौंपा गया है।
राष्ट्रपति, पीएम मोदी, रक्षा मंत्री समेत देश के 10 हजास से ज्यादा दिग्गजों पर चीन की नजर, ऐसे रख रहा निगरानी इस मामले में न्यायाधीश एसएम बालासुब्रमण्यम ने कहा है, ‘यह बयान मेरे विचार में कोर्ट की अवमानना है। इससे माननीय जजों की संप्रभुता के साथ ही महान देश की न्याय प्रणाली को कमतर आंका गया है।
साथ ही बुरी तरह से इसकी आलोचना भी की गई है। इससे आम लोगों की ओर से न्याय प्रणाली पर किए जाने वाले भरोसे पर खतरा उत्पन्न होता है।
साथ ही बुरी तरह से इसकी आलोचना भी की गई है। इससे आम लोगों की ओर से न्याय प्रणाली पर किए जाने वाले भरोसे पर खतरा उत्पन्न होता है।