बता दें कि दिल्ली सरकार के इस फैसले से स्थानीय लोगों और बाजार संगठनों से जुड़े कारोबारियों ने विरोध किया था। शुक्र बाजार मार्केट एसोसिएशन के महासचिव सुभाष बिंदल ने कहा है कि दिल्ली सरकार की इनफोर्समेंट एजेंसियों ने स्थिति को समझे बगैर बाजार को सील कर दिया था। उन्होंने कहा कि बाजार को सील करने का आदेश कल रात दिया गया था। हकीकत यह है कि स्थानीय लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का उल्लंघन नहीं किया। स्थानीय लोग और बाजार के कारोबारी नियमों का पालन कर रहे हैं। इसके बावजूद अधिकारियों बाजार केवल इसलिए बंद कर दिया कि नांगलोई मेन रोड स्थित बस स्टैंड पर यात्रियों की संख्या ज्यादा थी, जो गलत हैं।