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Coronavirus spread : अब कॉमन नीति के बदले इस रणनीति पर जोर देगी केंद्र सरकार

  Coronavirus spread वाले राज्यों के लिए अलग-अलग मॉडल पर जोर। PM Modi ने कोरोना को लेकर फिर सक्रिय होने के दिए संकेत। इस बार Testing बढ़ाने और Containment Zone बनाकर कोरोना को नियंत्रित करने की तैयारी।

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Coronavirus spread

Coronavirus spread वाले राज्यों के लिए अलग-अलग मॉडल पर जोर दिया जा सकता है।

नई दिल्ली। देशभर में कोरोना वायरस ( Coronavirus Pandemic ) से संक्रमित मरीजों की संख्या कम होने के बजाए तेजी से बढ़ने का सिलसिला जारी है। यही वजह है कि कोरोना स्प्रेड ( Coronavirus spred ) अब केंद्र और राज्य सरकारों ( Centre and State Government ) के लिए पहले से ज्यादा चिंता का विषय हो गया है। इस बीच कोरोना को लेकर यह संकेत उभरकर सामने आए हैं कि इसका विस्तार देशभर में एक समान नहीं है।

कुछ क्षेत्रों में इसका प्रसार न के बराबर है तो कुछ क्षेत्रों में कोरोना विस्फोट की स्थिति है। इसलिए केंद्र सरकार ने कोरोना के खिलाफ एक समान रणनीति ( Common strategy ) के बदले नई रणनीति ( New strategy ) पर काम करने के संकेत दिए हैं।

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कोरोना स्प्रेड चिंता का विषय

जानकारी के मुताबिक कुछ राज्यों में कोरोना के बढ़ते प्रसार से केंद्र सरकार चिंतित है। इन राज्यों तेलंगाना, कर्नाटक, बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल ( Telangana, Karnataka, Bihar, Uttar Pradesh, West Bengal ) आदि का नाम लिया जा सकता है। महाराष्ट्र, तमिलनाडु और दिल्ली में हालात पहले से ही बिगड़े हुए हैं और अभी तक नियंत्रित नहीं हो पाए हैं। हालांकि दिल्ली में आक्रामक रणनीति ( Aggressive strategy ) का लाभ मिला है। जून की तुलना में जुलाई में मरीजों की संख्या में भारी कमी आई है। साथ ही कोरोना इलाज के बाद स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है।

क्षेत्रवार अलग-अलग मॉडल पर जोर

इस बात को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ( Central Government ) ने कोरोना स्प्रेड वाले राज्यों के लिए पर्याप्त कदम उठाने और जिन राज्यों में अब तक हालात ठीक हैं वहां पर नजर रखने की रणनीति पर काम करने की नीति बनाने के संकेत दिए हैं। ताकि कम कोरोना वाले क्षेत्रों में कोरोना आगे भी नियंत्रित रहे। इसके लिए केंद्रीय स्तर पर अलग-अलग मॉडल ( Different models ) का सहारा लेने की योजना है। हालांकि इस पर अभी अंतिम फैसला नहीं लिया गया है।

इस बात को ध्यान में रखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) ने हाल ही में कोरोना वायरस समीक्षा बैठक में दिल्ली मॉडल को आसपास के राज्यों को अपनाने को कहा था। पीएम मोदी ने कहा था कि आक्रामक टेस्टिंग ( Testing ) और कंटेनमेंट जोन ( Containment Zone ) बनाकर कोरोना को रोकने की रणनीति कारगर साबित हो रही है।

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पीएम कोरोना के खिलाफ फिर हो सकते हैं सक्रिय

जानकारी के मुताबिक कोरोना के अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग प्रभाव को देखे हुए अब प्रभावित राज्यों के साथ पीएम मोदी अलग-अलग मीटिंग भी कर सकते हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना वायरस के खिलाफ जंग को और तेज करने को लेकर एक बार फिर सभी सीएम के साथ मीटिंग कर सकते हैं। इस बार कॉमन रणनीति काम करने के बदले अलग-अलग मॉडल पर जोर दे सकते हैं। इस मकसद से सभी राज्यों के सीएम के साथ अलग-अलग मीटिंग और समीक्षा का दौर अगले हफ्ते से शुरू हो सकता है।

केंद्र सरकार के लिए सबसे अधिक चिंता का विषय बिहार ( Bihar ) और पश्चिम बंगाल ( West Bengal ) जैसे राज्यों में नए केसों की संख्या में बढ़ोतरी है। इन राज्यों में एक तरफ कोरोना विस्फोट की स्थिति है तो दूसरी तरफ बाढ़ की विभीषिका भी गंभीर है।

पीएम करेंगे लैब का उद्घाटन

पीएम मोदी सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आईसीएमआर ( ICMR ) के 3 अति आधुनिक लैब ( Corona Lab ) का उद्घाटन करेंगे। ये लैब नोएडा, कोलकाता और मुंबई में खुलेंगी। इस मौके पर इन तीनों राज्य के सीएम भी मौजूद रहेंगे। इस दौरान पीएम मोदी कोरोना से पार पाने की नई रणनीति के बारे में संकेत दे सकते हैं।


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