कोरोना मामले पर तैयार की गई ये रिपोर्ट इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के कुलपति महेश वर्मा की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय समिति ने बनाई है। इसका गठन दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने किया था। समिति की ओर से रिपोर्ट शनिवार को सौंपी गई। सूत्रों के मुताबिक समिति के एक सदस्य ने बताया कि बिस्तरों (Beds) की संख्या बढ़ाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इस समय हामरे पास करीब 9500 बिस्तर हैं। हर दो सप्ताह में मामले दोगुने हो रहे हैं। हमने पूर्वानुमान लगाया है कि हमें जून के अंत तक 15000 से अधिक बिस्तरों की जरूरत होगी।
समिति के सदस्य के मुताबिक लगभग 20-25 फीसदी मामलों में मरीज को अस्पताल (Hospitals) में भर्ती होने की जरूरत पड़ती है। जबकि पांच फीसदी को वेंटिलेटर या आईसीयू की जरूरत होती है। कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों से निपटने के लिए और अधिक सरकारी और निजी अस्पतालों को कोविड-19 (COVID-19) अस्पताल के तौर पर तब्दील किया जाना चाहिए। इसके लिए समिति ने सरकार को सिफारिश भेजी है। रिपोर्ट में आशंका जताई गई है कि इस महीने के अंत तक कोविड-19 के मामले एक लाख के आंकड़े के पार जा सकते हैं।
पिछले 24 घंटों में दिल्ली में 1007 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ दिल्ली में कोरोना संक्रमितों (Coronavirus Infected) का आंकड़ा बढ़कर 29943 पहुंच गया है। पिछले 24 घंटे 17 मौत हुई हैं। इससे मरने वालों का आंकड़ा 874 पर पहुंचा गया है। जबकि 358 मरीज ठीक होकर अपने घर लौट गए हैं। दिल्ली में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों का आंकड़ा 29943 तक पहुंच गया है। वहीं, इस समय राष्ट्रीय राजधानी में वायरस के 17712 एक्टिव मरीज हैं।