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भारत में बनी रिपोर्ट देनेवाली कोरोना वायरस जांच किट, एक साथ हजार लोगों की जांच ढाई घंटे में संभव

Highlights -कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या भी 937,941 के पार जा चुकी है-भारत में भी कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या 2000 पर पहुंच गयी है- भारत में कोरोना वायरस की जांच के लिए मेक इन इंडिया (Make in india) के तहत बनाई गई किट की आपूर्ति में अब तेजी आएगी

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भारत में बनी रिपोर्ट देनेवाली कोरोना वायरस जांच किट, एक साथ हजार लोगों की जांच ढाई घंटे में संभव

भारत में बनी रिपोर्ट देनेवाली कोरोना वायरस जांच किट, एक साथ हजार लोगों की जांच ढाई घंटे में संभव

नई दिल्ली. चीन के वुहान शहर से निकला बेहद संक्रामक और जानलेवा कोरोना वायरस अब तक दुनिया भर में 47,273 से अधिक लोगों की जान ले चुका है। अब तक कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या भी 937,941 के पार जा चुकी है। भारत में भी कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या 2000 पर पहुंच गयी है। भारत में कोरोना वायरस की जांच के लिए मेक इन इंडिया (Make in india) के तहत बनाई गई किट की आपूर्ति में अब तेजी आएगी। पुणे स्थित डायग्नोस्टिक कंपनी मायलैब डिस्कवरी सॉल्यूशन (Diagnostic company MyLab Discovery Solution) ने गुरुवार को कहा कि उसने सीरम इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला और एपी ग्लोबेल के चेयरमैन अभिजीत पवार के साथ साझेदारी की है, ताकि कोविड-19 परीक्षण किट की तेजी से आपूर्ति की जा सके।

जानकारी के मुताबिक कंपनी की परीक्षण किट भारत में बनी पहली किट है, जिसे केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) से वाणिज्यिक उत्पादन के लिए मंजूरी मिल चुकी है। कंपनी ने इस किट को 'मायलैब पैथोडिटेक्ट कोविड-19 क्वालिटेटिव पीसीआर किट' नाम दिया है।

एक कीट में 1000 लोगों की जांच संभव

मायलैब ने बताया कि इस साझेदारी के तहत निवेश किए गए धन का इस्तेमाल कोविड-19 के परीक्षण किट का उत्पादन बढ़ाने और आण्विक डायग्नोस्टिक समाधान के विस्तार के लिए किया जाएगा। कंपनी का दावा है कि एक किट से 1000 लोगों की जांच संभव है। अभी एक लैब में औसतन दिनभर में 100 नमूनों की जांच होती है। कंपनी के प्रबंध निदेशक हसमुख रावल ने कहा कि मेक इन इंडिया के तहत किट बनाई गई है। किट विश्व स्वास्थ्य संगठन और अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल (सीडीसी) के मानकों के अनुसार तैयार हुई है।

ढाई घंटे के अंदर हो जाएगी जांच

किट को स्थानीय स्तर पर बनाने से इसकी मौजूदा लागत घटकर एक चौथाई हो जाएगी। अभी कोरोना की जांच में चार घंटे लगते हैं। इसके जरिए जांच ढाई घंटे के भीतर संभव है। किट की कीमत करीब 1200 रुपए होगी।


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