
temples of india on coronavirus
नई दिल्ली। कोरोना वायरस का खतरा दिनोंदिन बढ़ता ही जा रहा है। ताजा जानकारी के मुताबिक देश में अब तक कोरोना वायरस से पॉजिटिव 123 मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन इन सबके बीच भक्तों को बचाने के लिए भगवान को अब दूरी बनानी पड़ रही है। देश में शिरडी, सिद्धि विनायक, कामाख्या, महाकाल समेत तमाम प्रमुख मंदिर को फिलहाल बंद कर दिया गया है।
मुंबई स्थित सिद्धिविनायक मंदिर ने सोमवार को घोषणा की है कि वो कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए अगले आदेश तक के लिए मंदिर को बंद कर रहा है। मंदिर प्रशासन द्वारा इस बात की घोषणा के साथ ही सभी कर्मचारियों को मास्क पहनने और हैंड सैनेटाइजर का इस्तेमाल करने के निर्देश जारी किए हैं।
इसके अलावा सोमवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की घोषणा के बाद मुंबई के मुंबादेवी मंदिर, महालक्ष्मी, बबूलनाथ और इस्कॉन मंदिर ने भी आगामी 31 मार्च तक के लिए मंदिर को बंद रखने की घोषणा की है।
मध्य प्रदेश में उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर ने घोषणा की है कि श्रद्धालुओं को भस्म आरती में शामिल होने के साथ ही गर्भगृह में जाने की अनुमति नहीं है। मंदिर समिति ने ऐलान किया है कि यह आदेश आगामी 31 मार्च तक के लिए लागू रहेंगे।
सोमवार को असम स्थित कामाख्या मंदिर ने भी कोरोना वायरस से निपटने के लिए मंगलवार से कड़े कदम उठाने की घोषणा कर दी है। मंदिर प्रशासन ने फैसला लिया है कि वो अस्थायी रूप से कुछ दिनों के लिए रोजाना लगने वाले भोग को बंद करेगा, जबकि श्रद्धालुओं को हैंड सैनेटाइजर्स मुहैया कराए जाएंगे।
इससे पहले रविवार को शिरडी स्थित श्री साईंबाबा संस्थान ट्रस्ट के सीईओ अरुण डोंगरे ने घोषणा कि सरकार के निर्देशानुसार लोगों से अपील की जाती है कि वह कुछ दिनों तक शिरडी आने के अपने कार्यक्रम को टाल दें।
वहीं, पंजाब के अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर प्रशासन द्वारा फैसला लिया गया है कि वो मंदिर में तो श्रद्धालुओं को प्रवेश करने देगा, लेक? कोरोना वायरस ?स के खौफ के चलते मंदिर के बेसमेंट में बने गोल्डन टेंपल प्लाजा को बंद रखेगा।
केरल के त्रिसूर स्थित गुरुवायुर और कोडुंगल्लूर मंदिर प्रशासन ने फैसला लिया है कि यहां पर काफी कम संख्या में ही लोगों को प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। जबकि विदेशियों का मंदिर में प्रवेश बंद रहेगा।
कोडुंगल्लूर मंदिर में आगामी 20 से 28 मार्च तक होने वाले भारनी महोत्सवम को देखते हुए यह पाबंदी लागू की गई है क्योंकि इस दौरान काफी तादाद में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं।
वहीं, उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं से मंदिर में प्रवेश से पहले हाथ धोने, मास्क पहनने और सैनेटाइजर्स का इस्तेमाल करने का आदेश जारी किया गया है।
जम्मू के कटरा स्थित श्री माता वैष्णो देवी ट्रस्ट ने रविवार को घोषणा कि विदेशी और एनआरआई भक्त भारत में आने के 28 दिनों तक मंदिर में दर्शन के लिए ना आएं। वहीं, देश के भक्तों के लिए भी निर्देश हैं कि जिन्हें खांसी, बुखार और सांस लेनेे में परेशानी है वे भी या तो मंदिर में दर्शन की अपनी यात्रा टाल दें या फिर बाद में आएं।
Updated on:
16 Mar 2020 10:56 pm
Published on:
16 Mar 2020 10:51 pm
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