
नई दिल्ली। कोरोना वायरस ( coronavirus ) की रोकथाम के लिए लागू लॉकडाउन ( Lockdown ) के बीच सभी राज्य सरकारें अपने-अपने नागरिकों को दूसरे राज्यों से वापस लाने का काम शुरू कर चुकी हैं। ये प्रवासी लोग लॉकडाउन के चलते दूसरे राज्यों फंसे हैं। राज्य सरकारों के अनुरोध पर केंद्र सरकार ( central government ) ने इसके लिए स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं। इस बीच श्रमिक स्पेशल ट्रेनों ( Shramik Special Trains ) को रद्द करने के निर्णय का विरोध होने के बाद कर्नाटक सरकार ( Government of Karnataka ) ने प्रवासी मजदूरों ( migrant workers ) के लिए यह सेवा एकबार फिर से शुरू कर दी है। कनोर्टक सरकार ने इस संबंध में 9 राज्यों को पत्र लिखा है।
पत्र में कर्नाटक सरकार ने लिखा है कि वह लॉकडाउन के चलते राज्य में फंसे हुए प्रवासी मजदूरों को उनके गृह राज्य में भेजना चाहती है। गौरतलब है कि इससे पहले कर्नाटक की येदियुरप्पा सरकार ने गुरुवार को श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को रद्द करने का निर्णय लिया था। जिसके बाद सरकार के इस फैसले का खूब विरोध हुआ था। अपने इस फैसले को विरोध होते देख सरकार ने अपने फैसने का संज्ञान लिया। राज्य के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने जानकारी देते हुए बताया था कि यहां पर लाख प्रवासी मजदूर रह गए हैं। उन्होंने कहा था कि बचे हुए मजदूरों को निर्माण कार्यों में जुटना होगा। यहां तक कि केंद्र सरकार ने भी येदियुरप्पा सरकार के इस फैसले का समर्थन किया था। जानकारी के अनुसार य ट्रेनें आज यानी शुक्रवार से से 15 मई के बीच चलाई जाएंगी।
आपको बता दें कि कर्नाटक में आंकड़ा 705 पहुंच चुका है। 366 को डिस्चार्ज किया गया। 30 की मौत हुई है। कर्नाटक ही ऐसा राज्य है, जहां देश का सबसे पहला कोरोना पॉजिटिव केस पाया गया है। देश के इस पहले कोरोना पॉजिटिव केस की ट्रैवल हिस्ट्री मिली थी।
Updated on:
08 May 2020 10:25 pm
Published on:
08 May 2020 10:20 pm
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