
Coronavirus: वुहान से लौटे कश्मीर छात्र ने की PM मोदी से बात- 'लॉकडाउन कोई जेल नहीं'
नई दिल्ली। भारत में अब तक कुल 900 लोगों के कोरोना वायरस ( Coronavirus in india ) से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है, जिसमें से 775 व्यक्ति अभी भी कोविड-19 ( COVID-19 ) से ग्रस्त हैं।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ( Ministry of Health and Family Welfare ) ने शनिवार को इस बात की जानकारी दी। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) ने चीन के वुहान ( Wuhan )
से भारत लौटे कश्मीरी छात्रों ( Kashmiri students ) से बात की ।
इस दौरान स्वदेश लौटे इन छात्रों ने प्रधानमंत्री के साथ अपना अनुभव साझा किया।
प्रधाानमंंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात कर रहे एक छात्र वुहान में जिस समय लॉकडाउन का ऐलान हुआ, तब मेडिकल का छात्र होने के बावजूद भी वह बुरी तरह से घबरा गया था।
वहीं, कश्मीर के बनिहाल निवासी अन्य छात्र निजामुर रहमान ने वुहान में फंसे भारतीयों को वहां निकालने के लिए धन्यवाद दिया।
गौरतलब है कि निजामुर रहमान समेत 60 कश्मीरी छात्र कोरोना वायरस प्रकोप के दौरान वुहान में फंस गए थे, जिनकों बाद में एअर इंडिया के जरिए भारत लाया गया था।
प्रधानमंत्री मोदी के साथ बातचीत में रहमान ने बताया कि वुहान में उसका अधिकांश समय लॉकडाउन में ही गुजरता था।
उसने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए लॉकडाउन बहुत जरूरी है। रहमान ने कहा कि केवल लॉकडाउन के माध्यम से ही कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है।
यही नहीं इस दौरान जब पीएम मोदी ने उससे कहा कि लॉकडाउन को लोग जेल की तरह समझते हैं, जबकि वास्तव में ऐसा नहीं है तो रहमान ने इस पर अपनी सहमति जताई।
आपको बता दें कि भारत में कोरोना के मरीजों की संख्या अब तक 900 हो गई है। जबकि 20 लोग इस जानलेवा बीमारी की भेंट चढ़ गए हैं।
Updated on:
28 Mar 2020 05:00 pm
Published on:
28 Mar 2020 04:29 pm
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