इससे पहले 22 जुलाई को 1333 नए मामले सामने आए थे। इसी तरह कोरोना के शुरुआत में दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट ( Coronavirus positivity rate ) 31.4% थी, जो जून में गिरकर 5.7% पर पहुंच गई थी। अब एक बार से इसमें बढ़त देखी जा रही है। अगस्त में पॉजिटिविटी रेट 6.8% पर पहुंच गई है।
India : Corona केस 30 लाख के पार, 24 घंटों में रिकॉर्ड 70488 नए मामले, 917 की मौत अगस्त में बदल गई तस्वीर दिल्ली में एक अगस्त के बाद से संक्रमण के मामलों में लगातार उतार-चढाव हो रहा है। शहर में एक अगस्त को 1118 मामले आए तो अगले तीन दिन तक एक हजार से नीचे यानि तीन अंकों में मामले आए। इसके बाद 5 अगस्त से 9 अगस्त के बीच फिर से मामले बढ़ने लगे। 10 अगस्त को 707 मामले सामने आए। शहर में 11 अगस्त से 22 अगस्त के बीच 1000 से कम मामले आए। इस दौरान 13 अगस्त को 956 मामले, 16 अगस्त को 652 मामले, 17 अगस्त को 787 मामले आए। 23 अगस्त को 1450 मामले सामने आए।
ये है वजह कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने के पीछे विशेषज्ञों का मानना है कि हाल के दिनों में अनलॉक ( Unlock ) प्रक्रिया के दौरान दी गई छूट भी इसका कारण हो सकती है। इसके अलावा ये भी कहा जा रहा है कि यहां के लोग इन दिनों सोशल डिस्टेंसिंग का पालन ठीक तरीके से नहीं कर रहे हैं।
पहली बार कांग्रेस के 23 नेताओं ने सोनिया गांधी को इस मकसद से लिखा खत, दूरगामी असर को लेकर सुगबुगाहट तेज 70% लोगों पर कोरोना का खतरा बरकरार गुरुवार को नए सेरो सर्वे के डेटा आए। इसमें कहा गया कि दिल्ली के 29.1 फीसदी लोगों में कोरोना के एंटीबॉडीज़ ( antibodies ) बन गए हैं। यानी इसका मतलब ये है कि यहां के करीब 60 लाख लोग कोरोना से संक्रमित होकर ठीक हो गए। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अब भी 70 फीसदी लोगों पर कोरोना से संक्रमित होने का खतरा बना हुआ है।
बता दें कि दो महीने पहले दिल्ली को कोरोना के सबसे बड़े हॉट स्पॉट ( Hotspot ) के तौर पर देखा जा रहा था। हालांकि पिछले एक महीने से यहां कोरोना की रफ्तार थम गई थी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ( CM Arvind Kejriwal ) से लेकर एक्सपर्ट्स हर कोई कह रहा था कि अब दिल्ली में हालात सुधर रहे हैं, लेकिन रविवार को बड़ी संख्या में नए मामलों ने फिर से केजरीवाल सरकार की चिंता बढ़ा दी है।