सरल शब्दों में हर्ड इम्यूनिटी का अर्थ है कि किसी भी समुदाय या स्थान विशेष के अधिकतम लोगों में किसी वायरस के विरुद्ध प्राकृतिक प्रतिरोधक क्षमता का विकसित होना। अर्थात उस समुदाय के अधिकतर लोग अब उस वायरस से सुरक्षित हो चुके हैं और उन पर न तो उस वायरस का कोई असर होगा और न ही उनके जरिए वायरस फैल सकेगा। उदाहरण के लिए यदि दिल्ली हर्ड इम्यूनिटी की ओर बढ़ रही है तो अब दिल्ली के लोगों पर कोरोना वायरस का असर या तो नहीं होगा या फिर न्यूनतम होगा। साथ ही वहां के लोगों के जरिए यह वायरस दूसरे लोगों में फैल भी नहीं सकेगा।
इसके लिए केल्कुलेशन कर यह पता लगाया जाता है कि कोई वायरस कितना संक्रामक है और उसका कितना व्यापक असर हो सकता है। इसके बाद यह देखा जाता है कि किसी समुदाय या स्थान विशेष के कितने लोग उस वायरस का किस हद तक संक्रमण फैला सकते हैं। इन दोनों के बैलेंस के आधार पर ही कहा जाता है कि उस स्थान के लोगों में हर्ड इम्यूनिटी स्टार्ट हो चुकी है और किस स्टेज में चल रही है।
सबसे पहला पैमाना तो यही है कि यदि लोग संक्रमण फैलने से रोकने के लिए बताए गए सुझावों का पालन नहीं कर रहे हैं और फिर भी संक्रमित नहीं हो रहे हैं तो उन लोगों में हर्ड इम्यूनिटी विकसित हो चुकी है। हालांकि भीड़भाड़ वाली जगहों पर ऐसा करना खतरनाक हो सकता है और हमें यथासंभव सरकार द्वारा सुझाए गए नियमों का पालन करना चाहिए।
देखा जाए तो यह सबसे सुरक्षित स्थिति है जहां विश्व के किसी भी आदमी को वायरस संक्रमित नहीं कर सकता परन्तु ऐसा होना लगभग असंभव ही है। हालांकि छोटे देश या कुछ स्थानों पर ऐसी स्थिति आ सकती है। एक अन्य तरीका जो संभव है कि अधिकाधिक लोगों को वैक्सीन दी जाए। उस वैक्सीन के प्रभाव से भी लोग वायरस से सुरक्षित रहेंगे लेकिन बड़ी आबादी वाले तथा कमजोर अर्थव्यवस्था वाले देशों में ऐसा करना आर्थिक रूप से बहुत खर्चीला बैठ सकता है।
वैज्ञानिकों के अनुसार हर्ड इम्यूनिटी का असर कुछ महीनों से लेकर कुछ वर्षों अथवा लंबे समय तक रह सकता है। बूस्टर डोज लेकर इस समयांतराल को बढ़ाया भी जा सकता है।
आम तौर पर वायरस अपनी आंतरिक संरचना बदलते रहते हैं ताकि खुद को जिंदा रख सकें। ऐसे में उनके नए-नए स्ट्रेन्स या वैरिएंट्स (जातियां) आती रहती हैं और उनमें से कुछ पर वैक्सीन का असर नहीं होता है। उस स्थिति में हमें नई वैक्सीन या दवा की खोज करनी होती है और वैक्सीन मिलने तक सुरक्षा नियमों का पालन करना होता है।