
कोविड वैक्सीनेशन का श्रीगणेश आज से, ईश्वर से यही प्रार्थना...सभी रोगमुक्त रहें
आज से देश में कोविड वैक्सीनेशन covid vaccination का श्रीगणेश हो रहा है। पूरा देश आशाओं और उम्मीदों से वैक्सीन की ओर देख रहा है। यह टीकाकरण देश और दुनिया से उस कोरोना वायरस को खत्म कर देगा, जिसने हमें मानसिक, शारीरिक और सामाजिक तौर पर नुकसान पहुंचाया है। हमारे अपनों को हमसे छीना है। बड़ी उम्मीदों के बाद भी इस टीके को लेकर हमारे मन के भीतर भी कुछ सवाल हैं, मसलन क्या यह टीका अपने भरोसे पर खरा उतरेगा? क्या इसके कोई दुष्प्रभाव होंगे? क्या यह हमारे शरीर में नई बीमारियों को जन्म तो नहीं दे देगा? यह हम तक कब पहुंचेगा? इसे लगवाने के बाद क्या सावधानी रखनी होगी? एक टीका लगने के बाद अगर कोरोना वायरस की चपेट में आ गए तो क्या दूसरा टीका लगवाना होगा या फिर रुकना होगा? सवालों की एक बड़ी लंबी सूची है, हमारे मन के भीतर। इसे ध्यान में रखकर हमने कोशिश की है कि सवालों के जवाब खोजे जाएं। जानिए आप भी समाधान...
जरूरत, सुरक्षा व प्रभाव -
क्या वैक्सीन सभी को लगवाने की जरूरत है?
कोरोना वायरस वैक्सीन स्वैच्छिक है। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीन की दोनों खुराक लेनी जरूरी है।
वैक्सीन कम समय में बनी है, कितनी सुरक्षित है?
मंजूरी से पहले वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल से सुरक्षा और प्रभावकारिता डेटा की जांच की जाती है। वैक्सीन के सुरक्षित व प्रभाव की समीक्षा के बाद प्रयोग की मंजूरी दी जाती है। कोविशील्ड की एफिकेसी रेट 75 फीसदी है, जिसे क्लीनिकल ट्रायल में सुरक्षित कहा जा सकता है। वहीं कोवैक्सीन का डेटा अभी आधिकारिक तौर पर जारी नहीं हुआ है, लेकिन दोनों ट्रायल में उसके परिणाम बेहतर बताए जा रहे हैं।
रिकवर हुए लोगों को भी वैक्सीन जरूरी है?
वैक्सीन शरीर में एक मजबूत प्रतिरोधी तंत्र को विकसित करने में मदद करेगी, इसलिए लगवानी जरूरी है। इसे लेकर किसी भी तरह से घबराने की जरूरत नहीं है। कई ट्रायल के बाद वैक्सीनेशन प्रक्रिया को शुरू किया गया है, इसलिए भरोसा रखने की जरूरत है।
वैक्सीन का रजिस्ट्रेशन -
वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी है?
कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है। आवेदन के परीक्षण के बाद ही चरण, तारीख, समय व बूथ की जानकारी दी जाएगी।
रजिस्ट्रेशन के लिए कौनसे दस्तावेज लगेंगे?
आधार कार्ड, मतदाता कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, पेंशन दस्तावेज में से एक जरूरी है। स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, मनरेगा कार्ड, बैंक या पोस्ट ऑफिस की पासबुक व आइडी कार्ड का भी प्रयोग कर सकते हैं।
क्या फोटो आइडी अनिवार्य है?
रजिस्ट्रेशन के बाद सत्यापन के लिए फोटो पहचान पत्र जरूरी है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि सही व्यक्ति को ही वैक्सीन लगी है।
वैक्सीन लगने के बाद क्या करना होगा?
वैक्सीन लगने के बाद व्यक्ति के मोबाइल पर एसएमएस आएगा। दूसरी डोज लगने के बाद क्यूआर कोड आधारित प्रमाण पत्र मोबाइल पर आएगा, जिसे स्कैन करने के बाद वैक्सीनेशन की जानकारी आ जाएगी।
अफवाहों से सावधान-
कोरोना वैक्सीन को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह की अफवाहें चल रही हैं। कोरोना वैक्सीन से पुरुष नपुंसकता या महिलाओं में बांझपन हो जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने ट्वीट कर कहा कि ऐसा कोई भी वैज्ञानिक सबूत ऐसा नहीं मिला है, जिससे पता चलता हो कि कोरोना वैक्सीन से महिला या पुरुष में बांझपन हो सकता है। डीएनए में बदलाव की बात भी अफवाह है क्योंकि जन्म के बाद किसी का डीएनए नहीं बदल सकता है।
4.7 से 5.5 अरब लोगों को टीका लगना जरूरी -
हर्ड इम्युनिटी यानी आबादी के 60-70% लोगों में वायरस के प्रति रोग प्रतिरोधक क्षमता होना। वैक्सीन से ऐसा करते हैं, तो दुनिया में 4.7 अरब से 5.5 अरब लोगों को टीका लगना जरूरी होगा। जिन टीकों के 90% या उससे ज्यादा असरदार होने का दावा है, तो 60त्न आबादी को टीके लगने से यह संभव होगा।
- डॉ. पॉल गोएफर्ट, प्रोफेसर, बर्मिंघम
एंटीबॉडी के सुरक्षात्मक स्तर पाए गए-
वर्तमान स्ट्रेन और नए म्यूटेशन के खिलाफ भारतीय टीकों के एंटीबॉडी के सुरक्षात्मक स्तर पाए गए हैं। ये टीके भारतीय परिस्थितियों में स्टोर करने और उपयोग करने के लिए व्यावहारिक रूप से आसान हैं। आइएमए ने इसमें पूरी तरह से सहभागिता का निर्णय लिया है।
- डॉ. जेए जयलाल, राष्ट्रीय अध्यक्ष, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन
Updated on:
16 Jan 2021 12:34 pm
Published on:
16 Jan 2021 11:09 am
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