देश की तीन प्रमुख तेल कंपनियों का मुनाफा सितंबर—2020 तिमाही में करीब 11 हजार करोड़ रहा। इसमें सबसे अधिक ग्रोथ इंडियन ऑयल की 13 गुना ग्रोथ रही।
कंपनी 2019 2020 फीसदी मुनाफा
इंडियन ऑयल 468 6227 1300
हिंदुस्तान पेट्रोलियम 1052 2477 135
भारत पेट्रोलियम 1708 2248 31
‘नोट : आंकड़े करोड़ रुपए में, ग्रोथ का अंतर 2019 और 2020 की दूसरी तिमाही से।’
साल 2014 में पेट्रोल पर टैक्स 9.48 रुपये प्रति लीटर था और डीजल पर 3.56 रुपये। नवंबर 2014 से जनवरी 2016 तक केंद्र सरकार ने इसमें नौ बार इजाफा किया। इन 15 सप्ताह में पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 11.77 और डीजल पर 13.47 रुपये प्रति लीटर बढ़ी। इसकी वजह से 2016-17 में सरकार को 2,42,000 करोड़ रुपये की कमाई हुई, जो 2014-15 में 99,000 करोड़ रुपये थी। जबकि मई 2020 में लॉकडाउन के दौरान सरकार ने डीजल पर 13 रुपए प्रति लीटर और पेट्रोल पर 10 रुपए लीटर एक्साइज ड्यूटी का भी इजाफा किया है। माना जा रहा है कि इस इजाफे से सरकार को 2.25 लाख करोड़ रुपए ज्यादा मिलेंगे
छत्तीसगढ़ में पेट्रोल पर राज्य सरकार का 25 फीसदी वैट के साथ दो रुपए लीटर का अतिरिक्त टैक्स है। इसके साथ ही डीजल पर 25 फीसदी वैट और एक रुपए लीटर अतिरिक्त कर है। जिसके सहारे राज्य सरकार ने अप्रेल से नवंबर के बीच में 2101 करोड़ रुपए कमाए। 2019 में राज्य सरकार ने इसके सहारे 2218 रुपए कमाए थे।
— 13 गुना ज्यादा मुनाफा कमाया इंडियन आॅयल ने पिछले के मुकाबले
— 6227 करोड़ रुपए हुआ इंडियन आॅयल का मुनाफा
— 135 फीसदी ज्यादा कमाई की हिंदुस्तान पेट्रोलियम ने
— 2477 करोड़ रुपए ज्यादा कमाए हिंदुस्तान पेट्रोलियम ने
— 31 फीसदी की ग्रोथ के साथ तीसरे नंबर पर रही भारत पेट्रोलियम
— 2248 करोड़ रुपए हुआ मुनाफा भारत पेट्रोलियम का
— 40 हजार करोड़ की कमाई केंद्र सरकार ने अप्रेल और मई में की
— 13 बार एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने का मुनाफा सीधे सरकार की जेब में
‘आंकड़े क्वार्टर—2, 2020 के’
– राजस्थान की कमाई पिछले साल की तुलना में 1100 करोड़ ज्यादा हुई स्टेट टैक्स से, 8379 करोड़ रुपये मिले अभी तक।
– मध्यप्रदेश ने 1000 करोड़ ज्यादा इकठ्ठा किये स्टेट टैक्स से। 8075 करोड़ मिले अब तक।
– छत्तीसगढ़ ने अब तक 2101 करोड़ रुपये कमाए, पिछले साल खजाने में आये थे 2218 करोड़।