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क्रूड ऑयल के दाम घटते रहे और मालामाल होती रहीं पेट्रोलियम कंपनियां, 13 गुना तक बढ़ा उनका मुनाफा

locationनई दिल्लीPublished: Dec 22, 2020 10:56:35 am

Submitted by:

Ashutosh Pathak

Highlights.
– Crude Oil के घटते दामों पर मुनाफा कमा गई पेट्रोलियम कंपनियां और सरकार
– तीन सरकारी तेल कंपनियों का मुनाफा 11 हजार करोड़ रुपए
– मई में बढ़ी एक्साइज ड्यूटी से केंद्र को सवा दो लाख करोड़ ज्यादा टैक्स मिलने का अनुमान

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नई दिल्ली.

आम आदमी को राहत का लॉलीपॉप देकर सरकार ने 2017 से प्रतिदिन के हिसाब से पेट्रोल-डीजल के दाम तय करने का फैसला लिया था। इसके बाद क्रूड ऑयल यानी कच्चे तेल की कीमतों पर दाम रोज तय होने लगे, लेकिन इससे आम आदमी को कोई खास राहत नहीं मिली। इतना जरूर हुआ कि तेल कंपनियां व सरकारें इन पर टैक्स बढ़ाकर मालामाल हो गईं।
सरकार ने Crude Oil के घटते दामों का फायदा आम आदमी को देने के बजाय अपने मुनाफे के लिए उपयोग टैक्स बढ़ाकर किया। आज देश के कई राज्यों में पेट्रोल की कीमतें 90 रुपए से ज्यादा हो गई हैं, बावजूद इसके दाम घटने की आस फिलहाल दिखाई नहीं दे रही है क्योंकि सरकार अपने हिस्से का टैक्स घटाने को तैयार नहीं है। केंद्र की तर्ज पर राज्य सरकारें भी टैक्स में भी किसी भी तरह की राहत के मूड में नहीं हैं।
तेल कंपनियों का मुनाफा 1300 फीसदी तक बढ़ा
देश की तीन प्रमुख तेल कंपनियों का मुनाफा सितंबर—2020 तिमाही में करीब 11 हजार करोड़ रहा। इसमें सबसे अधिक ग्रोथ इंडियन ऑयल की 13 गुना ग्रोथ रही।
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…और तेल कंपनियां हो रहीं मालामाल
कंपनी 2019 2020 फीसदी मुनाफा
इंडियन ऑयल 468 6227 1300
हिंदुस्तान पेट्रोलियम 1052 2477 135
भारत पेट्रोलियम 1708 2248 31
‘नोट : आंकड़े करोड़ रुपए में, ग्रोथ का अंतर 2019 और 2020 की दूसरी तिमाही से।’
ऐसे समझें केंद्र सरकार के मुनाफे का गणित
साल 2014 में पेट्रोल पर टैक्स 9.48 रुपये प्रति लीटर था और डीजल पर 3.56 रुपये। नवंबर 2014 से जनवरी 2016 तक केंद्र सरकार ने इसमें नौ बार इजाफा किया। इन 15 सप्ताह में पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 11.77 और डीजल पर 13.47 रुपये प्रति लीटर बढ़ी। इसकी वजह से 2016-17 में सरकार को 2,42,000 करोड़ रुपये की कमाई हुई, जो 2014-15 में 99,000 करोड़ रुपये थी। जबकि मई 2020 में लॉकडाउन के दौरान सरकार ने डीजल पर 13 रुपए प्रति लीटर और पेट्रोल पर 10 रुपए लीटर एक्साइज ड्यूटी का भी इजाफा किया है। माना जा रहा है कि इस इजाफे से सरकार को 2.25 लाख करोड़ रुपए ज्यादा मिलेंगे
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छत्तीसगढ़ में अब तक 2100 करोड़ कमाए
छत्तीसगढ़ में पेट्रोल पर राज्य सरकार का 25 फीसदी वैट के साथ दो रुपए लीटर का अतिरिक्त टैक्स है। इसके साथ ही डीजल पर 25 फीसदी वैट और एक रुपए लीटर अतिरिक्त कर है। जिसके सहारे राज्य सरकार ने अप्रेल से नवंबर के बीच में 2101 करोड़ रुपए कमाए। 2019 में राज्य सरकार ने इसके सहारे 2218 रुपए कमाए थे।
डाटा स्टोरी

— 11 हजार करोड़ रुपए कमाए डीजल—पेट्रोल से एक तिमाही में देश की तेल कंपनियों ने
— 13 गुना ज्यादा मुनाफा कमाया इंडियन आॅयल ने पिछले के मुकाबले
— 6227 करोड़ रुपए हुआ इंडियन आॅयल का मुनाफा
— 135 फीसदी ज्यादा कमाई की हिंदुस्तान पेट्रोलियम ने
— 2477 करोड़ रुपए ज्यादा कमाए हिंदुस्तान पेट्रोलियम ने
— 31 फीसदी की ग्रोथ के साथ तीसरे नंबर पर रही भारत पेट्रोलियम
— 2248 करोड़ रुपए हुआ मुनाफा भारत पेट्रोलियम का
— 40 हजार करोड़ की कमाई केंद्र सरकार ने अप्रेल और मई में की
— 13 बार एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने का मुनाफा सीधे सरकार की जेब में
‘आंकड़े क्वार्टर—2, 2020 के’
राज्यों की कमाई का आंकड़ा
– राजस्थान की कमाई पिछले साल की तुलना में 1100 करोड़ ज्यादा हुई स्टेट टैक्स से, 8379 करोड़ रुपये मिले अभी तक।
– मध्यप्रदेश ने 1000 करोड़ ज्यादा इकठ्ठा किये स्टेट टैक्स से। 8075 करोड़ मिले अब तक।
– छत्तीसगढ़ ने अब तक 2101 करोड़ रुपये कमाए, पिछले साल खजाने में आये थे 2218 करोड़।
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