
Cyclone Amphan
नई दिल्ली। चक्रवाती तूफान अम्फान (Cyclone Amphan) लगातार अपना रूप विकराल करता जा रहा है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार सोमवार शाम से ही ये तूफान लगतार तेज गति से आगे बढ़ रहा है। ‘अम्फान’ 195 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार के साथ 20 मई की दोपहर पश्चिम बंगाल तट पर पहुंच सकता है। इसका स्वरूप इतना भयानक है कि ये साल 1999 में आए महाचक्रवात की तरह तबाही मचा सकता है। इसी के चलते एनडीआरएफ की टीम ने तटीय क्षेत्रों को खाली कराया है।
मालूम हो कि साल 1999 यानि करीब 21 साल पहले ओडिशा में भयानक तूफान आया था। जिसकी वजह से लगभग 10 हजार लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। इससे पूरी अर्थव्यवस्था तहस-नहस हो गई थी। इस बार अम्फान की दस्तक से भी ऐसा ही खतरा मंडरा रहा है। इसलिए एहतियात के तौर पर पश्चिम बंगाल के समुद्री तट खाली करा लिए गए हैं।
इन शहरों पर पड़ सकता है असर
मौसम विभाग के अनुसार अम्फान चक्रवात से पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों में व्यापक नुकसान होने की आशंका है। पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर, दक्षिण और उत्तर 24 परगना, हावड़ा, हुगली और कोलकाता के बुरी तरह से प्रभावित होने की आशंका है। इसके अलावा ओडिशा के जगतसिंहपुर, केन्द्रपाड़ा, भद्रक और बालासोर जैसे इलाके प्रभावित हो सकते हैं। तूफान का असर बिहार के कुछ क्षेत्रों में देखने को मिल सकता है। जिनमें अररिया, मधेपुरा, किशनगंज, सहरसा, पूर्णिया के साथ ही बक्सर, भोजपुर, रोहतास, औरगांबाद शामिल हैं।
फानी तूफान ने भी मचाया था कोहराम
साल 2019 में ओडिशा में दोबारा फोनी नामक भयंकर चक्रवाती तूफान आया था। इसने तटीय क्षेत्रों में जमकर तबाही मचाई थी। इसमें लगभग 11 लाख लोग बेघर हो गए थे। जबकि कई लोगों की जान चली गई थी।
Published on:
19 May 2020 04:51 pm
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