
सिस्तान और बलूचिस्तान की आजादी का समर्थक है यह संगठन।
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली के अति सुरक्षित इलाके में इजरायली दूतावास के बाहर बम ब्लास्ट मामले में नया खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि कथित तौर पर दिल्ली बम ब्लास्ट के लिए जिम्मेदार आतंकी संगठन जैश-उल-हिंद के तार कुलभूषण जाधव किडनैपिंग केस से भी जुड़े हैं।
कुलभूषण को पाक सेना के हवाले किया था
जैश-उल-हिंद को ईरानी आतंकी संगठन माना जाता है। इस संगठन ने ही कुलभूषण जाधव को ईरान के चाबहार पोर्ट से अगवा कर पाकिस्तानी सेना के हवाले किया था। खुफिया एजेंसी के एक पूर्व अधिकारी की मानें तो जैश-उल-हिंद या जैश-अल-अद्ल नाम के दोनों आतंकी संगठन दक्षिण-पूर्व इरान में ज्यादा सक्रिय है। इनका इलाका पाकिस्तान के सीमावर्ती क्षेत्र से सटा है।
भारत के लिए शुभ संकेत नहीं
अगर यह संगठन वाकई अस्तित्व में आया है तो यह भारत के लिए खतरे की घंटी है। इस समूह का दावा है कि यह सिस्तान और बलोचिस्तान की आजादी के लिए लड़ रहा है। ईरान का मानना है कि इस समूह का अल कायदा से भी संबंध है। 2012 में जुंदाल्लाह नाम के एक सुन्नी कट्टरपंथी समूह के लोगों ने इसकी स्थापना की थी।
4 देश कर चुके हैं आतंकी संगठन घोषित
इस समूह को ईरान के अलावा जापान, न्यूजीलैंड और अमरीका तक में आतंकी संगठन करार दिया जा चुका है। बता दें कि इस संगठन ने इजरायली दूतावास के बाहर बम ब्लास्ट की जिम्मेदारी ली हैं टेलिग्राम के जरिए जारी मैसेज में धमकी दी है कि यह तो अभी सिर्फ शुरुआत है। आगे हम भारत के बड़े शहरों को टारगेट करेंगे। धमाके वाली जगह पर जांच का फोटो भी संगठन ने मेसेज के साथ पोस्ट किया है।
Updated on:
31 Jan 2021 11:34 am
Published on:
31 Jan 2021 11:10 am
बड़ी खबरें
View Allविविध भारत
ट्रेंडिंग
