
Delhi Police Write To DMRC To Keep Extra Vigil At 7 Metro Stations On Monday
नई दिल्ली। सोमवार (19 जुलाई ) से संसद का मानसून सत्र शुरू हो रहा है और उम्मीद की जा रही है कि पहले दिन ही काफी गहमागहमी देखी जा सकती है। वहीं लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे किसानों ने अपना आंदोलन तेज करने की भी चेतावनी दी है। ऐसे में सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का नजारा कुछ बदला-बदला सा हो सकता है।
लिहाजा, दिल्ली पुलिस अभी से मुस्तैद हो गई है और किसी भी तरह की अनहोनी से निपटने के लिए तैयार है। इसी कड़ी में दिल्ली पुलिस ने सोमवार को संसद के पास किसानों के विरोध के मद्देनजर दिल्ली मेट्रो को भी अलर्ट किया है और कहा है कि वे अपने सात मेट्रो स्टेशनों पर अतिरिक्त निगरानी रखें। दिल्ली पुलिस ने कहा है कि यदि जरूरत पड़े तो उन सभी स्टेशनों को फौरन बंद कर दिया जाए।
बता दें कि संसद के मानसून सत्र के दौरान 22 जुलाई से किसानों ने संसद के बाहर शांतिपूर्ण विरोध-प्रदर्शन का ऐलान किया है। ऐसे में दिल्ली पुलिस एहतियात बरत रही है और किसी भी अनहोनी से निपटने को लेकर अपना प्लान बना रही है।
इन स्टेशनों पर होगी अतिरिक्त निगरानी
दिल्ली पुलिस ने दिल्ली मेट्रो को जिन स्टेशनों पर अतिरिक्त निगरानी रखने के लिए कहा है उनमें जनपथ, लोक कल्याण मार्ग, पटेल चौक, राजीव चौक, केंद्रीय सचिवालय, मंडी हाउस, उद्योग भवन शामिल है। दिल्ली पुलिस ने एक पत्र लिखकर कहा है कि यदि जरूरत पड़े तो इन सभी स्टेशनों को फौरन बंद कर दिया जाए।
दिल्ली पुलिस से मिले किसान नेता
जानकारी के अनुसार, किसानों ने कृषि कानूनों के खिलाफ संसद के बाहर प्रदर्शन करने का फैसला किया है। इस संबंध में रविवार को सिंघु बॉर्डर के पास किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली पुलिस के साथ बैठक की। बैठक के दौरान दिल्ली पुलिस की तरफ से किसानों को दिल्ली में प्रदर्शन के लिए वैकल्पिक स्थान उपलब्ध कराने की पेशकश की गई, जिसे किसान नेताओं ने ठुकरा दिया।
किसान नेता शिव कुमार कक्का ने कहा कि हमने दिल्ली पुलिस को बताया है कि सिंघु बॉर्डर से हर दिन 200 लोग संसद तक मार्च करेंगे। प्रत्येक व्यक्ति के पास पहचान का बैज होगा। हम सरकार को प्रदर्शनकारियों की सूची सौंपेंगे। पुलिस ने हमसे प्रदर्शनकारियों की संख्या कम करने को कहा, जिससे हमने मना कर दिया।
वहीं, किसान नेता दर्शन पाल ने कहा कि हमने पुलिस से कहा है कि 22 जुलाई को 200 लोग संसद जाएंगे और वहां किसान संसद चलाएंगे। हमने संसद के घेराव की बात कभी नहीं कही। हमें उम्मीद है कि हमें अनुमति मिलेगी।
Updated on:
18 Jul 2021 05:51 pm
Published on:
18 Jul 2021 05:43 pm
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