दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की सक्रियता का अनुमान आप इसी से लगा सकते हैं कि लॉकडाउन के 35 दिनों के अंदर 5 लाख चालान काटे जा चुके हैं।
लॉकडाउन से बेहाल कटहल किसानों के बचाव में उतरा तमिलनाडु उद्यान विभाग लॉकडाउन के दौरान चालान काटने में आई तेजी के बारे में दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के विशेष आयुक्त ताज हसन ( Special Commissioner Taj Hassan ) का कहना है कि पिछले साल मोटर वीइकल एक्ट ( Motor Vehicle Act ) में संशोधन किए जाने के बाद 1 सितंबर से नया एमवी एक्ट लागू हुआ था, लेकिन ट्रैफिक पुलिस को कंपाउंडिंग पावर ( Compounding Power ) यानी ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर ऑन द स्पॉट जुर्माना वसूलने का अधिकार इस साल 14 मार्च को मिला है। इसलिए चालान नए नियमों के तहत काटे जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि दिल्ली में जगह-जगह ओवर स्पीडिंग, रेडलाइट जंपिंग, स्टॉप लाइन वायलेशन जैसे नियमों के उल्लंघन को रोकने के लिए जो कैमरे लगे हुए हैं, वो सब अपना काम कर रहे थे। अब जब ट्रैफिक पुलिस को ओवर स्पीडिंग के मामले में कंपाउंडिंग पावर मिल गई है, तो उसके मद्देनजर अब 1 सितंबर, 2019 से लेकर 14 मार्च तक के जितने भी वायलेशन कैमरों में रिकॉर्ड हुए हैं, उनके चालान काटकर कोर्ट में भेजे जा रहा हैं। ऑनलाइन जुर्माना अदा कर सकते हैं।
विशेष आयुक्त ताज हसन ने बताया कि ओवर स्पीडिंग करने वालों की धरकपड़ के लिए पूरी दिल्ली में 100 जगहों पर गैंट्री माउंटेड स्पीड डिटेक्शन कैमरे लगे हुए हैं। इसके अलावा 34 जगहों पर ऐसे कैमरे लगे हुए हैं जो स्पीड के साथ-साथ रेडलाइट जंपिंग और स्टॉप लाइन वायलेशन को भी रिकॉर्ड करते हैं। लेकिन अगर रेडलाइट बंद है या उसमें कोई खराबी है तो फिर रेडलाइट जंपिंग को पकड़ने वाला कैमरा भी खुद ब खुद काम करना बंद कर देता है।