
टॉप के आतंकी मारे जाने के बाद पाक को अब स्थानीय आतंकियों का सहारा लेना पड़ा है।
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि जम्मू क्षेत्र में एक दर्जन आतंकवादी सक्रिय थे। इनकी संख्या सीमित होकर तीन हो गई है। ये आतंकवादी किश्तवाड़ जिले में हैं। हम उन्हें ट्रैक कर रहे हैं। ट्रैक होते ही हम उन्हें भी निपटा देंगे।
उन्होंने कहा कि 2018 और 2019 की तुलना में इस साल आतंकवादी घटनाओं में काफी गिरावट आई है। साल 2020 में 2019 की तुलना में आतंकवादी रैंकों में कुछ इजाफा हुआ है। उन्होंने कहा कि अच्छी बात यह है कि 70 प्रतिशत या तो मारे गए या गिरफ्तार कर लिए गए। अब आतंकवादियों की सेल्फ लाइफ कम हो गई है।
डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया कि पाकिस्तान द्वारा कई प्रयासों के बावजूद इस साल घुसपैठ के मामले पिछले तीन-चार वर्षों में सबसे कम हैं। इसलिए, उन्हें स्थानीय रंगरूटों पर भरोसा करना पड़ा और उन्होंने ड्रोन के माध्यम से हथियार, विस्फोटक सामग्री और नकदी की आपूर्ति करने की कोशिश की। इनमें से अधिकांश को नाकाम कर दिया गया।
Updated on:
31 Dec 2020 01:15 pm
Published on:
31 Dec 2020 01:08 pm
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