
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए आर्थिक सलाहकार परिषद का गठन किया है। नीति आयोग के सदस्य और देश के नामचीन अर्थशास्त्री डॉ. बिबेक देबरॉय को इसका अध्यक्ष बनाया गया है।
इनसे पहले आरबीआई के पूर्व गवर्नर डॉ. सी रंगराजन इसके अध्यक्ष थे। उन्होंने मई 2014 में यूपीए की हार के बाद इस पद से इस्तीफा दे दिया था। मोदी सरकार की आर्थिक सलाहकार परिषद में पांच सदस्य होंगे। इनमें डॉ. सुरजीत भल्ला, डॉ. राथिन रॉय और डॉ. अशिमा गोयल पार्ट टाइम सदस्य होंगे। नीति आयोग के प्रमुख सलाहकार रतन वातल को परिषद कासदस्य सचिव बनाया गया।
बिबेक देबरॉय ने रामकृष्ण मिशन स्कूल, नरेंद्रपुर, प्रेसिडेंसी कॉलेज कोलकाता, दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स और ट्रिनिटी कॉलेज, कैंब्रिज से शिक्षा ग्रहण की है। उन्होंने कई पुस्तकें भी लिखी है। इसके अलावा कई समाचार-पत्रों के परामर्शी/सहयोगी संपादक भी रहे हैं।
आर्थिक सलाहकार परिषद देश की आर्थिक स्थिति का जायजा लेकर प्रमुख मुद्दों पर अपनी राय सरकार को देगा। यह सीधे तौर पर प्रधानमंत्री के प्रति जवाबदेह होगा। गौरतलब है कि आर्थिक परिषद का गठन ऐसे समय किया गया है जब चालू वित्त वर्ष 2017-18 की पहली तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर घट कर 5.7 प्रतिशत पर आ गई है जोकि तीन साल में सबसे न्यूनतम स्तर पर है।
Published on:
25 Sept 2017 10:24 pm
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