
कल्पना बताती हैं कि उन्होंने कई बार गरीब होने, दलित होने, महिला होने के कारण जीवन में कई सारे भेदभाव सहे है। यही नहीं वह बताती हैं कि जब वह सिर्फ 12 साल की थी, तब उन्होंने अपने से 10 साल बड़े इंसान से शादी कर ली थी। उन्हें अपनी जिंदगी का सबसे बड़ा झटका तब लगा था जब उन्होंने पता चला कि उनका पति मुंबई के स्लम में रहता है। कल्पना कहती हैं कि इस बात को तो मैंने पचा लिया था कि चलो झुग्गी सी सही लेकिन
प्यार तो मिलेगा... लेकिन वहां भी प्यार नहीं सिर्फ मार मिली। मेरा जेठ मुझे हर रोज पीटता था। हालांकि मेरे मां बाप को जब मेरी स्थिति का पता लगा तो वो मुझे वापिस घर ले गए थे।

फिर जब मां-बाप के घर वापिस आ गई तो गांव वाले ताना देने लेगे, अजीब-अजीब बातें करने लगे। जिससे दुखी आकर मैंने एक दिन 3 बोतल कीटनाशक पी लिया। लेकिन मेरी चाची ने मुझे बचा लिया। फिर चाची मुझे मुंबई ले आईं। जहां मैंने 16 साल की उम्र में ही अपने अंकल से सिलाई सीखी। जिसके बाद मैं घंटों
काम करती और दिन के 50 रुपये कमा लेती। फिर मैंने अपने बिजनेस को लघु उद्योग विभाग से 50,000 रु. का लोन लेकर बढ़ाया और अपना बुटिक शुरू किया। जिसे बाद में मैंने एक कमानी ट्यूब्स नाम की कंपनी 2.5 करोड़ में खरीद ली। आज उसकी कीमत 500 करोड़ रुपए से भी ज्यादा है।