धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत जांच में खुलासा हुआ था कि संपत्ति के निर्माण के लिए किंगफिशर एयरलाइंस लिमिटेड (केएएल) के बैंक खाते से एक बड़ी राशि विदेश भेजी गई थी। माल्या फिलहाल लंदन में हैं और भारत लगातार उनके प्रत्यर्पण की कोशिश में जुटा है।
मनी लॉन्ड्रिंग और धोखाधड़ी के मामलों का सामना कर रहे विजय माल्या को पहले ही ब्रिटेन के सुप्रीम कोर्ट से तगड़ झटका लग चुका है। माल्या ने मई में ब्रिटेन के सुप्रीम कोर्ट में अपील दाखिल की थी, जो खारिज हो गई।
ब्रिटेन के उच्चतम न्यायालय में माल्या की अपील खारिज होने के बाद भारत उसके प्रत्यर्पण पर जोर दे रहा है। भारत प्रत्यर्पित किए जाने के खिलाफ ब्रिटेन की शीर्ष अदालत में अपील खारिज होने के पहले अप्रैल में उच्च न्यायालय में भी उनकी अपील खारिज हो गई थी।
आपको बता दें कि विजय माल्या वर्ष 2016 से ही ब्रिटेन में है। वहां से माल्या लगातार ब्रेटेन में ही शरण का आग्रह कर रहा है। हालांकि भारत ने जून में ब्रिटेन की ओर से आए इस अनुरोध पर विचार करने से इनकार कर दिया था।