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नई दिल्ली। अब 21,000 रुपए वेतन वाले कर्मचारी भी कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) की स्वास्थ्य बीमा योजना के दायरे में आएंगे। अभी इसका लाभ 15,000 रुपए वेतन पाने वालों के लिए है। मंगलवार को डायरेक्टर बोर्ड की मीटिंग में मौजूदा बीमित व्यक्तियों की सदस्यता बरकरार रखने का विकल्प देने का भी फैसला किया गया जिनका वेतन 21,000 रुपए मासिक की सीमा से अधिक हो गया है। दोनों निर्णय एक अक्टूबर से लागू होंगे। उधर, ईपीएफओ की अंशधारकों के लिए वेतन सीमा बढ़ाने की भी योजना है और इस पर केंद्रीय न्यासी बोर्ड की अगली बैठक में विचार किया जाएगा।
केंद्रीय श्रममंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने बताया कि अभी 15 हजार रुपए तक वेतन पाने वाले कर्मचारी ही ईएसआइ के दायरे में आते हैं। इससे अधिक वेतन होने पर ईएसआइ की सुविधा समाप्त हो जाती है। लेकिन अब न केवल वेतन सीमा बढ़ाकर 21 हजार रुपए कर दी गई है, बल्कि कर्मचारियों को यह विकल्प भी दिया गया है कि यदि वे चाहें तो 21 हजार रुपए से अधिक वेतन होने पर भी ईएसआइ की सदस्यता को बरकरार रख सकेंगे।
दत्तात्रेय के अनुसार इस कदम से 50 लाख अतिरिक्त सदस्यों को ईएसआइ स्कीम के दायरे में लाने में मदद मिलेगी। अभी 2.6 करोड़ कर्मचारी ईएसआइ स्कीम के सदस्य हैं। यदि एक परिवार में औसतन चार सदस्य माने जाएं तो लगभग दस करोड़ लोगों को ईएसआइ के तहत मुफ्त इलाज की सुविधा मिल रही है। वेतन सीमा बढ़ने से अब यह संख्या 3.1 करोड़ तक पहुंच जाएगी।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) के सदस्यों के लिए भी वेतन सीमा बढ़ाने पर भी विचार कर रही है। अभी ईपीएफ के लिए 15 हजार रुपए मासिक की वेतन सीमा है। बंडारू के मुताबिक कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के केंद्रीय ट्रस्टी बोर्ड (सीबीटी) की अगली बैठक में इसे बढ़ाने पर विचार किया जाएगा। इससे पहले सरकार ने 1 सितंबर, 2014 को ईपीएफ की वेतन सीमा को 6500 रुपए से बढ़ाकर 15 हजार रुपए मासिक किया था।
Published on:
07 Sept 2016 08:58 am
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