
नई दिल्ली।
कोरोना से बचाव के लिए जल्द ही देश को वैक्सीन मिलने की उम्मीद है। इसमें कुल पांच वैक्सीन दौड़ में हैं। इनमें दो भारतीय व तीन विदेशी हैं। वैक्सीन की दो-तीन खुराक देनी पड़ सकती है। यह तीन से चार सप्ताह के अंतराल पर लगाई जाएगी।
असर नहीं हुआ तो बूस्टर डोज
अगर वैक्सीन का सकारात्मक असर नहीं हुआ तो वैक्सीन की बूस्टर डोज देना पड़ सकता है। वायरस को खत्म करने के लिए सिर्फ वैक्सीन पर्याप्त नहीं है। मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग वैक्सीन की तरह ही काम करती है। टीके के बाद भी लंबे समय तक मास्क लगाना पड़ सकता है। आइसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने यह बात कही है।
प्लाज्मा-बीसीजी टीके पर भी ट्रायल
आइसीएमआर भारत बायोटेक व जाइडस कैडिला के साथ वै सीन ट्रायल कर रहा है। विदेशी वैक्सीन रूस की स्पूतनिक, अमरीका की बायोलॉजिकल ई-वै सीन का भारत में ट्रायल चल रहा है। इसके अलावा आइसीएमआर ने प्लाज्मा व बीसीजी टीके का ट्रायल कराया है।
वैक्सीन की टीमों से चर्चा करेंगे पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोविड वैक्सीन निर्माण में लगी तीन टीमों से बातचीत करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय ने रविवार को इसकी जानकारी दी। जेनोवा बायोफार्मा, बायोलॉजिकल ई और डॉ. रेड्डीज के विशेषज्ञ चर्चा में हिस्सा लेंगे। शनिवार को पीएम ने अहमदाबाद, पुणे और हैदराबाद जाकर फार्मा कंपनियों के प्लांट का जायजा लिया था।
Published on:
30 Nov 2020 10:32 am
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