
कानून वापस न लेने पर हम केंद्र सरकार को 2024 में सबक सिखाएंगे।
नई दिल्ली। कृषि कानूनों को लेकर शुक्रवार को आठवें दौर की वार्ता दो बजे से विज्ञान भवन में होगी। सरकार के प्रतिनिधियों से बातचीत के लिए किसान संगठनों के नेता सिंधु बॉर्डर से विज्ञान भवन के लिए रवाना हो चुके हैं। इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हमें समस्या का हल निकलने की उम्मीद है। आज हमारे सामने केंद्र सरकार एक और प्रस्ताव रख सकती है। लेकिन हम तीनों कृषि कानूनों की अपनी मांग से पीछे नहीं हटेंगे। अगर सरकार नहीं मानती है तो हमारा आंदोलन 2024 तक जारी रहेगा। टिकैत के इस बयान से साफ है कि सरकार द्वारा कानून वापस न लेने स्थिति में हम मोदी सरकार को 2024 लोकसभा चुनाव सबक सिखाएंगे।
इससे पहले केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने अपने बयान में कहा था कि किसान यूनियन के नेताओं ने पहले कहा था कि हमें कृषि कानूनों में सुधार की जरूरत है। सरकार सुधार के लिए तैयार है। मुझे विश्वास है कि आज की वार्ता में वे इस बात को समझेंगे। किसान यूनियन के नेता सोचकर आएंगे कि समाधान करना है तो समाधान अवश्य होगा। उन्होंने कहा कि किसान एक कदम आगे बढ़ाएंगे तो सरकार दस कदम आगे बढ़ाती नजर आएगी।
Updated on:
08 Jan 2021 12:54 pm
Published on:
08 Jan 2021 12:49 pm
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