
भीषण बाढ़ की वजह से समस्तीपुर—दरभंगा रेल लाइन पर ट्रेन का संचालन ठप।
नई दिल्ली। उत्तर और पूर्वोत्ततर भारत के अधिकांश हिस्सों में लगातार बारिश से बाढ़ ने विकराल रूप धारण कर लिया है। बिहार (Bihar) और असम (Assam) में दर्जनों जिलों के लाखों लोग बाढ़ ( Flood ) से विकट स्थिति का सामना कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक बिहार और असम ( Bihar and Assam ) में 35 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र में घिरे हैं।
हालांकि, दोनों राज्यों में बाढ़ आना नई बात नहीं है। ऐसा इसलिए कि बरसात के मौसम इन राज्यों में बाढ़ आना और जन धन की क्षति आम बात है। इस बार यह मामला ज्यादा गंभीर इसलिए है कि बिहार और असम दोनों राज्यों में अप्रैल से ही लगातार बारिश ( Continuous rain ) का सिलसिल जारी है।
अधिकांश नदियां उफान पर
बिहार ( Bihar ) में पिछले कुछ दिनों से लगातार मूसलाधार बारिश और नेपाल ( Nepal ) में भारी बारिश ( Heavy Rain ) होने से से बाढ की स्थिति भयावह है। बिहार की अधिकांश प्रमुख नदिया कोसी, गंडक, बागमती, कमला व अन्य उफान पर हैं। यही वजह है कि इस बार बाढ़ के हालात ज्यादा गंभीर हैं।
ट्रेन का परिचालन ठप
बिहार में अब तक 10 जिले बाढ़ से प्रभावित बुरी तरह से प्रभावित हैं। भीषण बाढ़ की वजह से समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड ( Samastipur-Darbhanga Railway Block ) पर ट्रेनों का परिचालन ठप हो गया है। कई ट्रेनों के मार्ग बदल दिए गए हैं। समस्तीपुर और दरभंगा के बीच एक रेल पुल के समीप बाढ़ का पानी पहुंचने के बाद इस मार्ग पर रेल का परिचालन रोक दिया गया है।
इसी तरह गोपालगंज में गंडक का तटबंध ( Gandak embankment ) बीती रात पूरी तरह से टूट गया। तटबंध टूटने से बाढ़ का पानी बरौली और मांझा प्रखंड के 12 से अधिक गांवों को अपनी चपेट ले लिया है। बाढ़ से अबतक 45 गांव पूरी तरह प्रभावित हैं। सिकरहना का जमींदारी बांध सेमराघाट में टूट जाने से दर्जनों गांवों में पानी फैल गया।
सत्तरघाट महासेतु ध्वस्त
गोपालगंज में 264 करोड़ की लागत से बना सत्तरघाट महासेतु ( Sattarghat Mahasetu ) का एप्रोच रोड कटाव की वजह से ध्वस्त हो गया है। इस महासेतु के ध्वस्त होने से चंपारण तिरहुत और सारण ( Champaran Tirhut and Saran ) के कई जिलों का संपर्क टूट गया है।
असम के 33 जिले बाढ़ से प्रभावित
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ( ASDMA ) के अनुसार बाढ़ से 33 जिले प्रभावित हैं। खासकर बारपेटा, डिब्रूगढ़, कोकराझर, बोंगाईगांव और तिनसुकिया में सबसे ज्यादा असर हुआ है। इन जिलों में 27 लाख से ज्यादा लोग प्रभवित हैं। ब्रह्मपुत्र का जलस्तर बढ़ने से 2,525 गांवों में पानी भर गया है।
काजीरंगा में 120 जानवरों की मौत
अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक असम में 1,15,515 हेक्टेयर क्षेत्र में बाढ़ से किसानों के फसल बर्बाद हो गई हैं। काजीरंगा नेशनल पार्क ( Kaziranga National Park ) में बाढ़ की वजह से 120 जानवरों की मौत होने की सूचना है।
जानकारी के मुताबिक नेपाल में भारी बारिश के कारण उत्तरी बिहार सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से एक है, जिसने वहां 132 लोगों की जान लेने का दावा किया है। भारी वर्षा ने नेपाल में उत्पन्न होने वाली नदियों को निगल लिया है।
Updated on:
25 Jul 2020 03:39 pm
Published on:
25 Jul 2020 03:35 pm
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