दिशानिर्देश के मुताबिक, अगर कोई व्यक्तिगत रूप से मौजूद रहकर चार्टर्ड हेलीकॉप्टर के लिए टिकट बुक कराता है, तो सैनिटाइजेशन की प्रक्रिया से गुजरना होगा। उसके फेस मास्क लगाना होगा। हाथों को सैनिटाइज करना होगा। साथ ही एक तय दूरी में खड़े होना होगा। कई जगह जूतों को सैनिटाइज करने की भी व्यवस्था की जा रही है।
यात्रियों को हेलीपैड या हेलीपोर्ट पर मिनिमम कांटेक्ट के साथ बोर्डिग पास जारी किया जाएगा। जिससे लोग कम से कम एक-दूसरे के संपर्क में आए। इससे संक्रमण का खतरा नहीं रहेगा। साथ ही यात्रियों को भी सहूलियत होगी।
डीजीसीए की ओर से शेड्यूल्ड घरेलू यात्री उड़ानों का एक तय किराया होता है, लेकिन ये दिशा निर्देश चार्टर्ड फ्लाइट के लिए मान्य नहीं होंगे। इसका किराया ऑपरेटर और यात्री के बीच आपसी सहमति से तय किया जाएगा। इसी के अनुसार टिकटों की बुकिंग होगी।
घरेलू यात्री विमान के पैसेंजर्स को हवाई यात्रा के लिए 2 घंटे पहले एयरपोर्ट पहुंचने के निर्देश दिए गए थे। वहीं चार्टर्ड फ्लाइट्स में सफर करने के लिए पैसेंजर्स को रवाना होने से 45 मिनट पहले एयरपोर्ट, हेलीपोर्ट या हेलीपैड पर पहुंचना होगा।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय की ओर से चार्टर्ड प्लेन में बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और बीमार लोगों को हवाई सेवा से बचने की सलाह दी है। उनके अनुसार इससे संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। साथ ही उनकी जान जोखिम में पड़ सकती है। इसलिए ऐसे लोगों को सफर नहीं करना चाहिए।
चार्टर्ड फ्लाइट्स में डोमेस्टिक फ्लाइट्स की तरह ही बाकी नियम लागू होंगे। जैसे पैसेंजर्स के मोबाइल पर आरोग्य सेतू ऐप होना अनिवार्य होगा। अगर किसी यात्री में कोरोना संबंधित लक्षण दिखाई देते हैं तो उसे सफर नहीं करने दिया जाएगा। इसके अलावा स्क्रीनिंग आदि की व्यवस्था होगी।
लॉकडाउन के चलते पिछले दो महीने से घरेलू उड़ान सेवाएं बंद थी। कल से दोबारा इन्हें बहाल किया गया है। दिल्ली से भुवनेश्वर के लिए पहली फ्लाइट सुबह 6 बजकर 50 मिनट पर रवाना हुई। फ्लाइट में बैठने से पहले यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग हुई। वहीं फ्लाइट अटेडेंट पीपीई किट पहने दिखाई दिए। एयरपोर्ट पर भी फूड काउंटर और कपड़ों के शोरूम भी खुलें। इन हवाई यात्रा के लिए कई राज्यों के अलग-अलग नियम हैं।