21 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

नहीं बनना चाहते गिनी पिग, वैक्सीनेशन से पीछे हट रहे स्वास्थ्यकर्मी

Highlights. - एम्स सहित दिल्ली के 6 बड़े सरकारी अस्पतालों के हैल्थवर्कर नहीं लगवा रहे कोरोना का टीका - प्रधानमंत्री को लिखी चिट‌्ठी, ट्रायल पूरा होने के बाद ही टीकाकरण के लिए राजी  

2 min read
Google source verification
covid.jpeg

नई दिल्ली.

देशभर में कोरोना टीकाकरण का पहला चरण शुरू हो गया है। बावजूद इसके हेल्थ वर्कर इस टीके को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। दिल्ली में ज्यादातर हेल्थ वर्कर्स ने इससे दूर रहने का विकल्प चुना है। दिल्ली के ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (एम्स), राम मनोहर लोहिया अस्पताल, सफदरजंग अस्पताल, लोकनायक अस्पताल और गुरुतेगबाहदुर अस्पताल में टीकाकरण के लिए चुने गए स्वास्थ्यकर्मियों में से बमुश्किल 30 फीसदी ने टीका लगावाया है।

बता दें कि एम्स, लोहिया और सफदरजंग अस्पताल के हेल्थ वर्कर्स को भारत बायोटेक की कोवैक्सीन दी गई है। जबकि दो दूसरे अस्पतालों में सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन कोविशील्ड दी गई। एम्स के 12 हजार में से 150 को टीकाकरण के लिए चुना गया था। इनमें से करीब 50 ने ही अब तक टीका लगवाया है। सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि इन सभी ने तीन हफ्ते पहले टीकाकरण के लिए अपनी मंजूरी दी थी, लेकिन आखिरी वक्त में यह पीछे हट गए।

वैक्सीन के खिलाफ नहीं, पर नतीजे तक इंतजार
टीकाकरण से दूर रहने वाले स्वास्थ्यकर्मियों का कहना है कि वे टीकाकरण के खिलाफ नहीं हैं। लेकिन ट्रायल के नतीजे आने तक वैक्सीन नहीं लगवाएंगे। स्वास्थ्यकर्मियों का आरोप था कि उन्हें वैक्सीन के ट्रायल के लिए जबरन ‘गिनी पिग’ बनाया जा रहा है।

पीएम के नाम खत
राम मनोहर लोहिया अस्पताल के कर्मियों ने प्रधानमंत्री के नाम पीएमओ को खत लिखा है। इनमें चिकित्सक भी शामिल हैं। खत में कहा गया है कि जब तक ट्रायल पूरा नहीं होता और डेटा नहीं आ जाता वे वैक्सीनेशन नहीं कराएंगे।

एनडीएमसी के अस्पतालों में नई मुसीबत
नॉर्थ दिल्ली मुनिसिपल कॉरपोरेशन के अस्पतालों में कोरोना टीकाकारण को नई मुसीबत भी सामने आई है। यहां नर्सेज, पैरा मेडिकल व सपोर्टिंग स्टाफ ने टीकाकरण में सहयोग नहीं करने की चेतावनी दी है। दरअसल, ये स्वास्थ्यकर्मी वेतन की मांग को लेकर 7 जनवरी से हड़ताल पर हैं। कर्मियों के अनुसार उन्हें 3 माह से वेतन नहीं मिला है।

राज्य टारगेट वैक्सीन लगी प्रतिशत
कर्नाटक 64974 50482 77
राजस्थान 33226 23546 71
मध्यप्रदेश 30000 18543 61
छत्तीसगढ़ 18270 10036 54

नोट- सभी आंकड़े स्वास्थ्य मंत्रालय से। कर्नाटक को छोड़कर बाकी तीनों राज्यों में रविवार को वैक्सीनेशन नहीं हुआ है।