जानकारी के अनुसार, गुजरात के द्वारका में भारी बारिश के बीच भागवना श्री कृष्ण के मंदिर पर आकाशीय बिजली गिरी है। इससे मंदिर के शीर्ष में लगा ध्वज (झंडा) फट गया। हालांकि, इससे किसी प्रकार से कोई हताहत नहीं हुआ। मंदिर को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।
बिहार में आसमानी बिजली के कहर से 11 की मौत, पांच दिन में 107 की गई जान
आकाशीय बिजली गिरने की वजह से द्वारिका और आसपास के लोगों में डर का माहौल है। बता दें कि मंगलवार को गुजरात के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई। बीते दो घंटों में द्वारिका में भीषण बारिश हुई। मौसम विभाग के मुताबिक, गुजरात के द्वारिका 2 इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई है।
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट जारी
द्वारिका समेत गुजरात के अन्य हिस्सों में भारी बारिश को देखते हुए मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। भारी बारिश की वजह से समुद्र में तेज लहरें उठती हुई देखी जा रही हैं। ऐसे में अगले तीन दिनों के लिए चेतावनी जारी की गई है। लोगों से अपील की गई है कि समुद्री तटों से दूर रहे हैं और एहतियात बरतें।
मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक सौराष्ट्र में भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। विभाग ने समुद्र के लिए थर्ड सिग्नल देते हुए मछुआरों को सलाह दी है कि वे समुद्र में न जाएं।
आकाशीय बिजली ने ली कई की जान
आपको बता दें कि पूरे देश में कई जगहों पर आकाशीय बिजली गिरने की घटना बीते कुछ दिनों में देखने को मिली है। इन तमाम घटनाओं में कई लोगों की मौत हो चुकी है। बीते दिन उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान में आकाशीय बिजली गिरने से 78 लोगों की मौत हो गई है। सिर्फ उत्तर प्रदेश में 41 लोगों की जान चली गई। वहीं राजस्थान में 23 और मध्य प्रदेश में 14 लोगों ने अपनी जान गवांई।
ऐसा शहर जहां हर वक्त कड़कती है आसमानी बिजली, प्रकृति के आगे विज्ञान भी हुआ फेल
सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख व्यक्त करते हुए राहत राशि की भी घोषणा की। राजस्थान के छह जिलों में 23 लोगों की मौत हुई, जबकि 28 घायल हो गए। सबसे ज्यादा 12 लोगों की मौत जयपुर में हुई है। ये सभी आमेर किले के वाच टावर पर खड़े होकर मौसम का आनंद ले रहे थे। आमेर किले के वाच टावर पर जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें नौ स्थानीय और तीन पर्यटक थे।