आरोप है कि यहां पर जिस्मफरोशी का धंधा चलता है। स्थानीय निवासियों ने इस बाबत पुलिस में शिकायत की थी। पब व बार बंद करने को लेकर पिछले सप्ताह कुछ लोग मुख्यमंत्री खट्टर से भी मिले। जुलाई की शुरूआत में पुलिस ने मॉल माइल के कई क्लबों पर छापे मारे। इस दौरान पुलिस ने सात लोगों को भी गिरफ्तार किया। गिरफ्तार लोगों में सहारा और एमजीएफ के दो नाइटक्लब के मालिक भी थे। आरोप है कि फैंटम और इग्नाइट क्लबों पर रेड में ये सभी देह व्यापार में संलिप्त पाए गए । इसके बाद 19 जुलाई को एमडी रीजेंट आर्केड के नाइटक्लब आयन पर छापे मारे गए, जहां से 4 गिरफ्तारियां हुईं। इनमें क्लब की दो डांसर भी थीं। ये गिरफ्तारियां भी देह व्यापार के आरोप में हुईं।
प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद क्लब मालिकों ने प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। रविवार को पब व बार संचालकों ने प्रदर्शन किया वहीं एक बार फिर से स्थानीय लोगों ने भी क्लबों को बंद करने के लिए प्रदर्शन किया। माना जा रहा है कि पब व बार बंद होने से सैकड़ों कर्मचारियों की नौकरी जाएगी। एमजी रोड क्लब एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय पाल ने एमजी रोड मॉल और नाइटक्लब में किसी भी ‘अनैतिक गतिविधियों’ से इनकार किया है। उनका कहना है कि क्लबों के बंद होने के फैसले से करीब 700 लोगों की नौकरी खत्म हो जाएगी।