
दिवंगत डेड कॉन्सेटबल रतन लाल
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली ( Delhi ) के नॉर्थ ईस्ट इलाके में नागरिकता संशोधन कानून ( CAA ) के खिलाफ हुई हिंसा में हेड कॉन्सटेबल रतन लाल ने अपनी जान गंवा दी। रतनलाल ( Ratan lal ) ने जिस बहादुरी से हिंसा में अपना कर्तव्य निभाया उसने हर किसी को गर्व का एहसास कराया।
हालांकि रतनलाल की मौत ने उनके साथियों को काफी भावुक कर दिया है। रतनलाल के साथी जवानों को याद आ रहा है कि किस तरह से विंग कमांडर अभिनंदन की तरह मूंछें रतनलाल अपनी मूंछें रखते थे।
बड़ी-बड़ी और रौबदार मूंछें रखने वाले दिवंगत हेड कॉन्सटेबल रतन लाल के साथियों की मानें तो वे कभी भी चुनौतियों से नहीं डरे। रतन लाल ने हमेशा आगे बढ़कर चुनौतियों को गले लगाया।
सीनियर्स में थे लोकप्रिय
अपनी बहादुरी के अलावा भी एक खासियत की वजह से रतन लाल अपनी वरिष्ठों में काफी लोकप्रिय थे। इस लोकप्रियता की वजह थी उनकी मूंछें। विंग कमांडर अभिनंदन की तरह रखी गई रतन लाल की मूंछे उनके सीनियर्स के बीच भी चर्चा का विषय बनी रहती थीं।
एक साल पहले ही रखी थी मूंछे
पिछले वर्ष 27 फरवरी को विंग कमांडर अभिनंदन ने अपने मिग-21 से पाकिस्तान एयरफोर्स के एफ-16 जेट को ढेर कर दिया था। इसके बाद रतन लाल ने बिल्कुल उसी तरह की मूंछे रख ली। जैसी अभिनंदन की थी। ठीक एक साल बाद 42 साल के रतन लाल, दिल्ली में शरारती तत्वों का सामना करते हुए अपनी जान गंवा बैठे।
Published on:
25 Feb 2020 01:27 pm
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