
नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस की संख्या में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है। स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों में 30 फीसदी मरीज तबलीगी जमात से जुड़े हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि देशभर में 17 राज्यों में 1023 कोरोना वायरस से पॉजिटिव मरीज तबलीगी जमात से संबंध रखते हैं।
दूसरी तरफ देशभर में कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी जारी है। देश में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या 2700 के पार पहुंच चुकी है। वहीं अब तक कोरोना वायरस के कारण देश में 77 लोगों की मौत भी हो चुकी है।
दूसरी तरफ इस बात की आशंका जाहिर की जाने लगी है कि हॉटस्पॉट वाले इलाकों में कम्युनिटी ट्रांसमिशन का दौर शुरू हो गया है। इस बात को ध्यान में रखते हुए इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने स्वास्थ्य कर्मियों के लिए नया टेस्टिंग प्रोटोकॉल जारी किया है। सभी से उसी के अनुरूप काम करने को कहा है ।
आईसीएमआर की नई रणनीति के तहत अब कोरोना को हॉटस्पॉट वाले इलाकों में जांच के लिए रैपिड ऐंटीबॉडी टेस्ट तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। इस तकनीक के तहत कोई व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया गया तो कन्फर्मेशन के लिए तत्काल आरटी-पीसीआर टेस्ट होगा। आईसीएमआर ने यह रणनीति उन इलाकों के लिए बनाई है जहां से क्लस्टर में कोरोना के केस मिल रहे हैं। या निजामुद्दीन मरकज जैसी वे जगहें जहां से निकाले गए लोगों में बड़ी संख्या में कोरोना के केस पाए जा रहे हैं।
बता दें कि दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज में मार्च में तबलीगी जमात का एक कार्यक्रम आयोजित हुआ था। उस कार्यक्रम में शामिल हुए कुछ लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इसके बाद से सरकार इस कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों को खोजकर स्कैन करने में लगी है।
Updated on:
05 Apr 2020 11:31 am
Published on:
05 Apr 2020 08:15 am
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