
नई दिल्ली। पूरा देश कोरोना वायरस ( coronavirus ) की चपेट में है। वहीं, इस वायरस के खिलाफ लड़ाई और तेज हो गई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ( PM Narendra Modi ) ने मंगलवार को देश को संबोधित करते हुए लॉकडाउन ( Lockdown ) की अवधि बढ़ा दी है। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि लॉकडाउन की मियाद और 19 दिनों के लिए बढ़ाई जा रही है। हालांकि, राहत भरी खबर ये है कि पीएम ने कहा कि 20 अप्रैल के बाद सशर्त छूट मिलेगी।
इतना ही नहीं Lockdown-2.0 को कामयाब बनाने और कोरोना को रोकने के लिए पीएम मोदी ने देशवासियों से सात वचन मांगे हैं। लेकिन, सवाल यह है कि ये सात वचन कितने कारगर साबति होंगे और कोरोना से लड़ाई में कितना फायदा होगा? क्योंकि, कुछ इस तरह की मांग पीएम मोदी ने लॉकडाउन पार्ट-1 में भी की थी, लेकिन पहली मियाद में कोरोना के केस 18 गुणा बढ़ गए।
कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए और लोगों की जिंदगी बचाने के लिए पीएम मोदी ने Lockdown 2.0 की घोषणा की। इस दौरान पीएम मोदी ने देशवासियों से सात वचन मांगे हैं। आइए पहले जानते हैं क्या है ये सात वचन?
1. पीएम ने कहा कि अपने घर के बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें विशेषकर ऐसे व्यक्ति जिन्हें पुरानी बीमारी हो उनकी हमें एक्स्ट्रा केयर करनी है, उन्हें कोरोना से बहुत बचाकर रखना है।
2. देश के कोरोना योद्धाओं, हमारे डॉक्टर- नर्सेस, सफाई कर्मी-पुलिसकर्मी का पूरा सम्मान करें
3. पीएम ने कहा कि जितना हो सके उतने गरीब परिवार की देखरेख करें, उनके भोजन की आवश्यकता पूरी करें
4. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग की लक्ष्मण रेखा का पूरी तरह पालन करें, घर में बने फेसकवर या मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें।
5. आप अपने व्यवसाय, अपने उद्योग में अपने साथ काम करे लोगों के प्रति संवेदना रखें, किसी को नौकरी से न निकालें
6. कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने में मदद करने के लिए आरोग्य सेतु मोबाइल ऐप जरूर डाउनलोड करें। दूसरों को भी इस ऐप को डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करें
7. अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए, आयुष मंत्रालय द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें, गर्म पानी, काढ़ा, इनका निरंतर सेवन करें।
लॉकडाउन की पहली मियाद में कोरोना की चेन तोड़ने में देश को काफी हद तक कामयाबी मिली है। लेकिन 20 दिन में मरीजों की तादाद करीब 18 गुना बढ़ी और मौतें 61 गुना हो चुकी है। 24 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में लॉकडाउन का ऐलान किया था, तब देश में कोरोना ने पांव पसारना बस शुरू ही किया था।
24 मार्च को देश में कोरोना के केवल 519 केस थे, जिनमें से पांच की मौत हो गई थी। जबकि केरल के तीन लोग ठीक हो गए थे। 20 दिन बाद 13 अप्रैल तक देश भर में कोरोना के 9352 कुल कंफर्म केस हो गए हैं, इनमें से 324 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 980 लोग ठीक होकर घर जा चुके हैं।
यानी लॉकडाउन के ऐलान के 20 दिनों के भीतर कोरोना मरीजों की तादाद करीब 18 गुना बढ़ गई, जबकि मरने वाले संक्रमित लोगों की तादाद 61 गुना तक बढ़ गई। हालांकि, दूसरे देशों के मुकाबले ये रफ्तार बहुत कम है। पीएम ने अपने भाषण में खुद इस बात का जिक्र किया है कि हम दूसरे देशों से बेहतर स्थिति में हैं। लेकिन, कोरोना वायरस इतना खतरनाक है कि हमें बेहद सावधान रहने की जरूरत है।
इसलिए, इसका एकमात्र विकल्प है कि घरों में रहें और सोशल डिस्टेंसिंग जरूर मेंटेन करें। अब देखना यह है कि Lockdown-2.0 की मियाद मे फायदा होता है या फिर कोई और निर्णय लिया जाएगा। क्योंकि, जिस रफ्तार कोरोना वायरस फैल रहा है उसने यकीनन सरकार और जनता की चिंता बढ़ा दी है।
Published on:
14 Apr 2020 11:58 am
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