सूत्रों ने बताया कि नाराज नेताओं को सोनिया से संवाद कायम शुरू करवाने में मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की अहम भूमिका है। गांधी परिवार के बेहद नजदीकी माने जाने वाले कमलनाथ इन दिनों सक्रिय दिख रहे हैं।
राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजद समेत 23 प्रमुख नेताओं ने पिछले दिनों ने नेतृत्व को चुनौती देते हुए पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने निचले स्तर से लेकर कार्यसमिति सदस्यों व राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की मांग की गई थी। इसके बाद कांग्रेस की सियासत में उबाल आ गया था। कांग्रेस के कई नेताओं ने इसे पार्टी से बगावत तक करार किया था।