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कट्टरपंथियों के आगे झुके इमरान, फ्रांस के राजदूत को बाहर करने का लाएंगे प्रस्ताव

कट्टरपंथी ताकतों के आगे पाकिस्तान की इमरान खान सरकार झुक गई है। फ्रांस के राजदूत को निष्कासित करने के लिए नेशनल असेंबली में प्रस्ताव लाएगी।

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imran govt

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नई दिल्ली। पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में पैंगबर मोहम्मद के कार्टून को लेकर छिड़े बवाल पर कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के समर्थक उग्र प्रदर्शन कर रहे है। कट्टरपंथी ताकतों के आगे पाकिस्तान की इमरान खान सरकार एक बार झुक गई है। फ्रांस के राजदूत को निष्कासित करने के लिए पाकिस्तान सरकार ने नेशनल असेंबली में प्रस्ताव लाने का फैसला किया है। पाक गृह मंत्री शेख राशिद ने मंगलवार को यह जानकारी दी है। राशिद ने एक वीडियो संदेश में कहा कि फ्रांस को राजदूत को देश से निष्कासित करने के लिए सरकार नेशनल असेंबली में प्रस्ताव लाने के साथ ही प्रतिबंधित संगठन तहरीक-ए-लबैक पाकिस्तान (टीएलपी) के सदस्यों के खिलाफ दर्ज मामले वापस लेगी।

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फ्रांसिसी राजदूत के निलंबन पर वोट कराने को तैयार
पाक गृह मंत्री शेख राशिद अहमद ने कहा कि इमरान सरकार फ्रांसिसी राजदूत के निलंबन पर वोट कराने को तैयार है। इसके बदले में टीएलपी अपने वादे के अनुसार, देश में अपना धरना-प्रदर्शन खत्म करेगी। हालांकि, टीएलपी के कुछ नेताओं का कहना है कि उनका प्रदर्शन अभी खत्म नहीं होगा। जब तक उनकी पूरी मांगों को नहीं मान लिया जाए। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली ने मंगलवार दोपहर एक आपातकाली सत्र बुलाया है। इस सत्र में प्रस्ताव पेश किया जाएगा। अभी तक यह तय नहीं हुआ है कि प्रस्ताव पर वोटिंग कब होगी। बता दें कि सोमवार को पाक पीएम इमरान खान ने कट्टरपंथी समूह से निवेदन किया था कि वह फ्रांस के राजदूत को देश से निकालने के लिए हिंसक प्रदर्शन खत्म करे। उन्होंने अपने संबोधित में कहा था कि इससे देश को नुकसान हो रहा है।

हिंसक प्रदर्शन में कई पुलिसकर्मियों में गंवाई जान
आपको बता दें कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने देश की सटायरकिल मैगजीन की ओर से पैगंबर मोहम्मद के कार्टून छापे जाने के अधिकार की तरफदारी की थी। इसके बाद कई महीनों तक पाकिस्तान में फ्रांस के राजदूत के खिलाफ प्रदर्शन हुए। मुस्लिम समुदाय पैगंबर मोहम्मद के कार्टून छापे जाने को ईशनिंदा मानता है। पाकिस्तान में फ्रांस के राजदूत को वापस भेजने की मांग पर कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के हजारों समर्थक सड़कों पर उतर आए थे। टीएलपी के हिंसक प्रदर्शन में अब तक कई पुलिसकर्मियों की जान भी जा चुकी है।


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