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India-China Tension के बीच Leh का दौरा करेंगे सेना प्रमुख Manoj Mukund Naravane , हालात का लेंगे जायजा

India China Tension: आज लेह का दौरा करेंगे सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ( Army Chief Manoj Mukund Naravane ) हालात का लेंगे जायजा कई सैन्य अधिकारियों से भी करेंगे मुलाकात

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India China Tension: Army Chief Manoj Mukund Naravane visit leh

आज लेह जाएंगे सेना प्रमुख।

नई दिल्ली। देश में जारी कोरोना वायरस ( coronavirus ) संकट के बीच भारत-चीन ( India-China Face Off ) के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। लद्दाख ( Ladakh Border ) के गलवान घाटी ( Galwan Valley ) में हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों के बीच तल्खी काफी बढ़ गई है। दोनों देशों के बीच सैन्य स्तर की कई बार बातचीत हुई है, लेकिन नतीजा कुछ भी नहीं निकला है। इसी कड़ी में सेना प्रमुख ( Chief Of The Army Staff ) जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ( Army Chief Manoj Mukund Naravane ) आज लेह ( Army Chief visit Leh) का दौरा करेंगे और हालात का जायजा लेंगे।

लद्दाख ( Ladakh ) और कश्मीर ( Kashmir) का भी दौरा करेंगे सेना प्रमुख

जानकारी के मुताबिक, भारत-चीन ( India-China Tension ) के बीच जारी तनाव के बीच सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे का यह दौरान बेहद अहम माना जा रहा है। इस दौरान सेना प्रमुख 14वीं कोर के सैन्य अधिकारियों के साथ हालात का जायजा लेंगे। साथ ही भारत और चीन के बीच सैन्य स्तर की अब तक जो बातचीत हुई उसकी समीक्षा भी करेंगे। इसके बाद सेना प्रमुख नरवणे लद्दाख ( Ladakh ) और कश्मीर ( Kashmir ) के लिए रवान होंगे और वहां पर वास्तविक स्थिति का जायजा लेंगे। इसके अलावा जनरल नरवणे वास्तिवक नियंत्रण रेखा ( LAC ) और पाकिस्तान ( Pakistan ) के साथ नियंत्रण रेखा के पार सुरक्षा व्यवस्था की तैयारियों का भी समीक्षा करेंगे। यहां आपको बता दें कि सेना प्रमुख का यह दौरा ऐसा समय में हो रहा है, जब भारत-चीन के बीच काफी तनाव बढ़ा हुआ है और LAC से कुछ मीटर दूर हजारों की संख्या में भारतीय सैनिकों को तैनात किया गया है।

बातचीत का दौर जारी

इससे पहले सोमवार को भारत और चीन के बीच मॉल्डो में लेफ्टिनेंट जनरल ( Lieutenant General ) लेवल की दूसरी बैठक हुई। एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस बैठक में भारत ने पैंगोंग त्सो इलाके से चीनी सैनिकों को हटाने की मांग की। भारतीय अफसरों ने इस हिंसक झड़प पर नाराजगी जाहिर की और इसे सोची-समझी साजिश बताया। वहीं, चीन की सेना ने पहली बार माना कि हिंसक झड़प में उसका कमांडिंग ऑफिसर मारा गया था। इस हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। जबकि, चीनी मीडिया में चीन के 40 जवानों के मारे जाने का दावा किया गया था।