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‘ऑनलाइन लर्निंग के मामले में इंडिया की स्थिति बेहतर, लेकिन इंटरनेट की सुविधा में पीछे’

पत्रिका कीनोट सलोन में सवालों के जवाब देते हुए आकाश ने बताया कि आज के समय में टीचर को आगे का समय देखना है तो टेकॉनोलॉजी को सीखना पड़ेगा।

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नई दिल्ली। आकाश इंस्टीट्यूट के सीईओ आकाश चौधरी ने बताया कि टेक्नोलॉजी और प्लेटफॉर्म के मामले में हिंदुस्तान पीछे नहीं है। सबसे ज्यादा बुरी स्थिति इंटरनेट की है। देश में 40 फीसदी लोगों के पास ही इंटरनेट सुविधा पहुंच पाती है। इंटरनेट के बीना ऑनलाइन एजुकेशन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। हालांकि इसकी लेकिन टेलीकॉम कंपनी अब काम कर रही है आने वाले समय में इसमें फायदा होगा। साथ ही डिवाइस की भी कमी देखी जा रही है। सही मायने में बच्चों के लिए कंप्यूटर की जरूरत है। मोबाइल पर बच्चों को पढ़ने में दिक्कत आती हैं।

पत्रिका कीनोट सलोन में सवालों के जवाब देते हुए आकाश ने बताया कि आज के समय में टीचर को आगे का समय देखना है तो टेकॉनोलॉजी को सीखना पड़ेगा। क्योंकि जो पढ़ाई है उसकी प्रक्रिया होती है। जो पूरी प्लानिंग है उसके लिए अच्छे से तरीका अपनाना होगा। टीचर को इस पर काम करना पड़ेगा।