
weak coalitions will be bad for india said nsa ajit doval
नई दिल्ली। भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल का आज 73वां जन्मदिन है। इस धरती पर एक ऐसा देश है जो अजीत डोवाल का सबसे खास दोस्त है और एक ऐसा भी दोस्त है जो अजीत का सबसे बड़ा दुश्मन भी है। जी हां, पाकिस्तान अजीत डोवाल का नाम भी नहीं सुनना चाहता। क्योंकि डोवाल ही वह शख्स हैं जिन्होंने पाकिस्तान की थाली में बैठकर उनका खाना ले आए थे और उन्हें पता भी नहीं चला।
यूं तो दुनियाभर में डोवाल के कई किस्से काफी मशहूर हैं। बता दें कि डोवाल एक ऐसे शख्स हैं, जो पाकिस्तान से रत्ती भर भी नहीं डरते। डोवाल अपने दिमाग पर इतना भरोसा करते हैं कि वो पाकिस्तान से मुंबई के बदले बलूचिस्तान छीन सकते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि अपने एक मिशन पर डोवाल पाकिस्तान गए थे और वहां 7 साल तक मुसलमान बनकर रहे।
उस दौरान डोवाल ने पाकिस्तान से कई सारी खूफिया बातें भारत पहुंचाई थीं। और जब ये बात पाकिस्तान को पता चली तो उनका दिमाग घूम गया। पाकिस्तान की गली-गली में डोवाल का ये किस्सा गूंजने लगा। पाकिस्तान के हर चौराहे और चबूतरों पर डोभाल की चर्चाएं होने लगीं। बता दें कि डोवाल भारत के एकमात्र नागरिक हैं जिन्हें शांतिकाल में कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया।
बता दें कि अजीत डोभाल केरल कैडर के 1968 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और साल 1972 में भारती की खुफिया एजेंसी आईबी से जुड़े थे। डोवाल मूल रूप से उत्तराखंड के पौडी गढ़वाल से ताल्लुक रखते हैं। बता दें कि अजीत डोवाल के बारे में पाकिस्तान में इतना खौफ है कि उनकी कोई भी खबर आते ही पूरे पाक की धरती थर्र-थर्र कांपने लगती है। 30 मई 2014 को मोदी सरकार ने अजीत डोभाल को देश को 5वां राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नियुक्त किया। वर्तमान में पीएम मोदी के सबसे भरोसेमंद लोगों में अजीत डोभाल सबसे ऊपर हैं।
Published on:
20 Jan 2018 05:27 pm
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