29 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

ट्रेनों के सेकेंड एसी कोच से हट जाएगा पर्दा, यात्री इसमें पोछते हैं हाथ और जूते- रेलवे

सेकेंड एसी कोच में लगे पर्दों के जल्दी गंदे होने का कारण यात्रियों द्वारा हाथ और जूते पोछना है। इसके अलावा रेलवे से सामान की चोरी की भी खबर हैं।  

less than 1 minute read
Google source verification
train

सेकेंड एसी कोच से हट जाएंगे पर्दे, क्योंकि यात्री इसमें पोछते हैं हाथ और जूते- रेलवे

नई दिल्ली: भारतीय रेलवे ट्रेनों में बड़ा बदलाव करने जा रहा है। रेलवे यात्रियों से परेशान होकर ट्रेनों के सेकेंड एसी क्लास से पर्दा हटाने पर विचार कर रहा है। क्योंकि यात्री इस पर्दे में हाथ से लेकर जूते तक साफ करते हैं। रेलवे को लगातार मिल रही शिकायत के बाद इसे हटाने की तैयारी कर रहा है। हालांकि रेलवे यात्रियों की गोपनियता को ध्यान में रखते हुए अलग तरह की चीज़े लगाने सोच रहा है। रेलवे बोर्ड के अधिकारी के मुताबिक ट्रेनों में लगे पर्दे को एक महीने में सफाई के लिए भेजा जाता है, लेकिन यात्री इसका गलत इस्तेमाल कर इसे तत्काल गंदा कर देते हैं। जिससे उन्हें निकालने की नौबत आ जाती है। इसे देखते हुए रेलवे ने सेकेंड क्लास एसी कोच और थर्ड क्लास एएसी कोच से पर्दा हटाने का फैसला किया गया है। रेलवे इन पर्दों को हटाकर पट्टियों से बनी खिड़की लगाने पर विचार कर रहा है। रेलवे ने इस मामले में मंत्रालय को दो प्रस्ताव दिया है और महीने की आखिरी तक इस पर फैसला आने की पूरी संभावना है। बता दें कि रेलवे ने 2009 में यात्रियों की प्राइवेसी को ध्यान में रखते हुए 2AC और 3AC में पर्दे लगवाए थे। हालांकि 2014 में रेलवे ने 3AC से पर्दे हटा दिए थे। 2013 को बेंगलुरू-नांदेड़ में पर्दों में आग लगने से 26 लोगों की जिंदा जलने के बाद पर्दे हटा लिए गए थे।

रेलवे को भारी नुकसान

गौरतलब है कि पिछले दिनों रेलवे की एक रिपोर्ट में ये बात सामने आई थी कि इसमें रेलवे ने कहा था कि, पिछले साल ट्रेनों में 1.95 लाख तौलिए 81 हजार 736 चादरें, 55 हजार 573 तकिया के खोल की चोरी हुई थी। ।रेलवे में चोरियों की वजह से पिछले तीन सालों में रेलवे को करोड़ों रुपए का नुकसान उठाना पड़ा।