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Indian Railways: रोमांचक सफर के लिए रहिए तैयार, Kashmir में बन रहा पहला केबल रेल ब्रिज

-Indian Railways: अब रोमांचक सफर के लिए तैयार हो जाइए। कश्मीर में भारतीय रेलवे की ओर से देश का पहला केबल रेल ब्रिज ( India's 1st Cable-Stayed Rail Bridge ) बनाया जा रहा है,इस केबल रेल ब्रिज पर वर्ष 2021 में इस पर ट्रेन ( Train ) दौड़ सकती है।-यह पुल कश्मीर ( Cable-Stayed Rail Bridge in Kashmir ) को शेष भारत से रेलवे ट्रैक ( Railway Track ) के जरिये जोड़ेगा। -माता वैष्णो देवी ( Mata Vaishno Devi ) के आधार शिविर कटड़ा और रियासी के बीच अंजी खड्ड पर इसे बनाया जा रहा है।

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Indian Railways India's 1st cable-stayed rail bridge in jammu kashmir

Indian Railways: रोमांचक सफर के लिए रहिए तैयार, Kashmir में बन रहा पहला केबल रेल ब्रिज

नई दिल्ली।
Indian Railways: अब रोमांचक सफर के लिए तैयार हो जाइए। कश्मीर में भारतीय रेलवे की ओर से देश का पहला केबल रेल ब्रिज ( India's 1st Cable-Stayed Rail Bridge ) बनाया जा रहा है, जो अगले साल तक तैयार हो सकता है। यानी कि वर्ष 2021 में इस पर ट्रेन ( Train ) दौड़ सकती है। यह पुल कश्मीर ( Cable-Stayed Rail Bridge in Kashmir ) को शेष भारत से रेलवे ट्रैक ( Railway Track ) के जरिये जोड़ेगा।

माता वैष्णो देवी ( Mata Vaishno Devi ) के आधार शिविर कटड़ा और रियासी के बीच अंजी खड्ड पर इसे बनाया जा रहा है। बता दें कि कटरा-बनिहाल रेलवे ट्रैक पर बन रहा केबल रेल पुल देश का पहला रेल पुल होगा। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को ट्विटर पर रेल ब्रिज का वीडियो शेयर किया है।

देश का पहला रेल ब्रिज
रेल मंत्री पीयूष गोयल ( Railway Minister Piyush Goyal ) ने वीडिया शेयर करते हुए लिखा, कठिन भौगोलिक परिस्थितियों में बन रहा यह रेल ब्रिज इंजीनियरों के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। अंजी ब्रिज चिनाब दरिया पर बनाया जा रहा है। इसके निर्माण कार्य में लगे कर्मचारियों और इंजीनियर्स की सुरक्षा का खास ध्यान रखा गया है।

कश्मीर में बन रहे देश का पहला केबल ब्रिज 473.25 मीटर लंबा होगा। यह ब्रिज कटड़ा से रियासी को जोड़ने का काम करेगा। इस ब्रिज को 96 केबल का सपोर्ट दिया गया है। बता दें कि कोंकण रेलवे कार्पोरेशन को इस ब्रिज के निर्माण की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

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कठिन परिस्थितियों में चल रहा निर्माण
बता दें कि जहां यह ब्रिज बन रहा है, वहां की भू-विज्ञान बहुत जटिल है। अत्यधिक टूटी और संयुक्त चट्टानों के बीच निर्माण कार्य किया जा रहा है।कभी चट्टानों से पानी आना शुरू हो जाता है, तो कभी टूट कर मलबा गिरने लगता है। इस निर्माण में करोड़ रुपये का खर्च अनुमानित है। पुल का सारा भार केबल ही उठाएंगे। यह ब्रिज 15 मीटर चौड़ा होगा। इसे अंजी ब्रिज बना रहा है।

वर्ष 2021 तक बनने की उम्मीद
बता दें कि इस ब्रिज का निर्माण जनवरी 2017 में शुरू हुआ था। इस पुल को तीन वर्ष के भीतर पूरा करना था। कठिन परिस्थितियों में पुल का निर्माण होने से कार्य धीमी गति से चल रहा है। अब इस पुल का निर्माण कार्य जून 2021 तक होने की उम्मीद है।