
Migrant labourers
नई दिल्ली। प्रत्येक वर्ष एक मई को इंटरनेशनल लेबर डे (International Labour Day 2021) मनाया जाता है। यह दिन विश्व भर के श्रमिकों को समर्पित है तथा उनके अधिकारों के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए मनाया जाता है। बहुत से देशों में इस दिन सार्वजनिक अवकाश भी घोषित किया गया है।
अन्तरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस - इतिहास और महत्व
उन्नीसवी सदी में अमरीका सहित दुनिया भर के मजदूर बहुत ही बुरी स्थिति में रह रहे थे। उनके काम करने के घंटे निर्धारित नहीं थे, न ही उन्हें मूलभूत सुविधाएं दी जाती थीं। कारखाना मालिक अपने श्रमिकों के साथ बहुत बुरा व्यवहार करते थे। ऐसे में 1886 में अमरीका के शिकागो में हेमार्केट दंगे हो गए। दरअसल श्रमिक अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे कि तभी पुलिस पर किसी ने बम फेंक दिया जिसमें कई लोग घायल हो गए। बम फेंकने के बाद भीड़ हिंसक हो गई। हिंसा में कई लोगों की मृत्यु भी हो गई।
इसी घटना की स्मृति में 1889 में कुछ सामाजिक संगठनों तथा ट्रेड यूनियन्स ने अमरीका में पहली बार एक मई को मजदूरों को समर्पित दिवस घोषित किया। इसके बाद यूरोप में भी मजदूर दिवस मनाया जाने लगा। आज पूरे विश्व में एक मई को श्रमिक दिवस घोषित किया जा चुका है।
Published on:
30 Apr 2021 05:39 pm
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