जिले में किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए वहां पर मोबाइल इंटरनेट को बंद कर दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सेना ने पहले तीनों आतंकियों से आत्मसमर्पण करवाने के प्रयास किए। इसके लिए उनके पैरेंट्स को भी बुला लिया गया हालांकि आतंकियों ने बाहर आने से मना करते हुए हमला कर दिया। हमले के बाद सुरक्षा बलों द्वारा किए गए जवाबी हमले में तीनों आतंकी मारे गए। सुरक्षा बलों ने आतंकियों के ठिकाने को भी नेस्तनाबूद कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि पिछले काफी समय से आतंकी कश्मीर में किसी बड़े हमले को अंजाम देने की कोशिश कर रहे हैं जिसे देश की सुरक्षा एजेंसियां हर बार विफल कर देती है। ऐसे में आतंकी अब अमरनाथ यात्रा को रोकने का हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। इसके साथ ही सुरक्षा बलों तथा स्थानीय नागरिकों को निशाना बना कर आम नागरिकों में दहशत का माहौल बनाना चाहते हैं। वहीं दूसरी ओर सेना, सीआरपीएफ और राज्य पुलिस तीनों एकजुट होकर आतंकियों से निपटने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। इसी का नतीजा है कि पिछले कुछ समय में कई बड़े आतंकी मारे जा चुके हैं और 100 से अधिक आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।